———- प्रकाश कपरूवाण।
जोशीमठ,09 मई।
श्री बद्रीनाथ वेद वेदांग स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय ज्योतिर्मठ-जोशीमठ मे शास्त्री-वीए में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। छात्र 25 मई तक प्रवेश ले सकेंगें। आदि जगद्गुरु शंकराचार्य को जिस दिब्य स्थान ज्योतिर्मठ-जोशीमठ मे ज्ञान रूपी ज्योति के दर्शन हुए थे,उस दिब्य भूमि से संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान तैयार होकर देश दुनिया का मार्गदर्शन करें,इसके लिए श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने ज्योतिर्मठ-जोशीमठ मे संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की।
समिति द्वारा संचालित इस महाविद्यालय से अनेक छात्र निकले हैं जो सेना मे धर्मगुरुओं के अलावा देश दुनिया मे संस्कृत,वेद, व ज्योतिष के ज्ञान रूपी प्रकाश को जन जन तक पहुंचा रहे हैं। बद्री-केदार मंदिर समिति द्वारा संचालित इस महाविद्यालय मे छात्रावास व भोजन की निःशुल्क ब्यवस्था व छात्रवृत्ति की सुविधा के अलावा आचार्यों द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं भागवत,कर्मकांड आदि की अतिरिक्त तैयारियां की जाती है।
महाविद्यालय के प्राचार्य द्रवेश्वर प्रसाद थपलियाल के अनुसार अब माध्यमिक शिक्षा से इंटरमीडिएट उत्तीर्ण कोई भी छात्र नब्य ब्याकरण व ज्योतिष आदि विषयों मे शास्त्री-वीए मे प्रवेश ले सकते हैं।