9 मई 2022 का दिन, चम्पावत जिला मुख्यालय भाजपा के स्टेज और बैनर होल्डिंग से पटा हुआ, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जगबूढ़ा पुल से चम्पावत तक रोड शो कर उपचुनाव में अपना पर्चा दाखिल किया।
नामांकन के चलते जहां मोटर स्टेशन में भारी जनसमूह मौजूद रहा, वहीं उत्तराख॔ड के तमाम भाजपा सांसद, विधायक, मंत्री और संगठन के पदाधिकारी जनसभा में मौजूद थे।
नामांकन के बाद सभास्थल पर तमाम चैनलों, पोर्टलों के साथ ही प्रिंट मिडिया का भी रेला उमड़ पड़ा। इनमें देहरादून और मैदानी जिलों से आए पत्रकारों की तादाद ज्यादा रही और ये लोग कवरेज और फोटोग्राफी से ज्यादा चारणभाटगिरी करते हुए दिखे। सभास्थल पर ही कई पत्रकार नेताओं के पांव छूते देखे गए, तो कुछ तथाकथित मिडियाकर्मी तस्कर और माफिया टाइप नेताओं को कवरेज करने में ज्यादा सजग दिखे।
एक तथाकथित पोर्टल के पत्तलकार ने तो हद कर दी। मंच में बैठे एक नेता का अपने पोर्टल के डंडे के साथ चरणस्पर्श करने में वह ऐसा महसूस कर रहा था मानो उसे गोल्ड मेडल मिल गया हो।
मैदानी क्षेत्र के लिए भले ही तथाकथित इन मिडिया कर्मियों की ये हरकतें आम हो, लेकिन पर्वतीय क्षेत्र में इन चारणभाट पत्रकारों की हरकतों ने यहां निष्ठा और ईमानदारी से कार्य कर रहे पत्रकारों में गुस्सा है।
आज ऐसे मिडियाकर्मियों के चलते पत्रकार पेशे को आम लोग शक की निगाह से देखने लगे हैं।
मेरा सभी मिडिया से जुडे लोगों से कहना है कि आप अपना कार्य निष्पक्षता से करें। ऐसी हरकतें न हों जिसकी वजह से इस पेशे से जुडे निष्ठावान पत्रकारों को शर्मिंदा होना पड़े। आप लोगों को चारणभाटगिरी करनी ही है तो नेताओं के घर व दफ्तर जाएं, वहां पांव छुए या तलवे चांटें ये आप पर निर्भर है। कृपया सार्वजनिक मंचों पर ऐसी हरकत करने वाले मिडियाकर्मी से कहना है कि यदि ऐसा ही करना है तो पत्रकारिता छोड़ दें। फिर सुबह से सायं तक जो छूना है छूते रहें।
दिनेश पांडेय, पत्रकार चम्पावत, उत्तराखंड