फोटो- एसडीएम ने धरना स्थल पर पंहुचकर भूमि हस्तान्तरण की जानकारी दी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। स्टेडियम के लिए प्रस्तावित भूमि युवा कल्याण विभाग के नाम दर्ज किए जाने की लिखित सूचना के बाद आंदोलन व क्रमिक धरना समाप्त हुआ। पैनखंण्डा के युवावों का संघर्ष रंग लाया।
जोशीमठ के रविग्राम मे प्रस्तावित भूमि पर स्टेडियम निर्माण के लिए पूर्व मे तीन-तीन मुख्यमंत्रियों द्वारा घोषणा की गई थी, लेकिन भूमि खेल विभाग के नाम ही दर्ज नहीं हो सकी। जब उक्त प्रस्तावित भूमि को इसी वर्ष पिडकुल ने नागरिक उडउयन विभाग के नाम हस्तान्तरित कर दी तो मामला सुर्खियों मंे आया। इस भूमि को खेल उडउयन विभाग से खेल विभाग के नाम दर्ज किए जाने की मांग की जाती रही, जब मामला लटकता दिखा तो पैनखंण्डा के युवावों व खेल प्रेमियों ने पैनखण्डा युवा संघर्ष समिति का गठन करते हुए भूमि के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।
पैनखण्डा युवा सधर्ष समिति ने पहले 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस का बहिष्कार किया और 30अगस्त से आंन्दोलन व धरना-प्रदर्शन की शुरूवात की। युवावों का संघर्ष रंग लाया और शासन स्तर से उक्त प्रस्तावित भूमि युवा कल्याण एवं प्रांन्तीय रक्षक दल के नाम दर्ज कराने के आदेश जारी हुए। मंगलवार को एसडीमए कुमकुम जोशी व तहसीलदार प्रदीप नेगी ने धरना स्थल पर आकर भूमि युवा कल्याण एंव प्रांन्तीय रक्षक दल के नाम दर्ज किए जाने की लिखित सूचना दी। और इसके बाद आंन्देालन व क्रमिक धरना समाप्त हुआ।
पैनखण्डा युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष समीर डिमरी ने उडउयन विभाग से अनापत्ति दिलाने व युवा कल्याण विभाग के नाम भूमि दर्ज किए जाने के आदेश निर्गत कराने के लिए किए गए प्रयासों के लिए विधायक महेन्द्र भटट का आभार जताते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद इस दिशा मे कार्यवाही शुरू की होती तो युवावों को पैनखंण्डा की जनता व मातृशक्ति को सडको पर नही उतरना पडता, बहरहाल देर से ही सही विधायक श्री भटट ने ब्यक्तिगत रूचि लेकर भूमि हस्तान्तरण की कार्यवाही को 15दिनो मे पूरा कराया इसके लिए वे बधाई के पात्र है। श्री डिमरी ने इस संघर्ष मे सहयोग के लिए संपूर्ण पैनखंण्डा की जनता व मातृशक्ति का आभार ब्यक्त किया है।












