अल्मोड़ा। पंचायतों में आरक्षण प्रक्रिया में हीलाहवाली बरतने पर जन अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं ने रोष प्रकट किया है। नाराज मंच के लोगों ने चैघानपाटा में नारेबाजी करते हुये प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। प्रदेश सरकार पर पंचायतों में आरक्षण प्रक्रिया में लगातार फेरबदल करने सहित अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया।
बुधवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जन अधिकार मंच के कुमाऊं संयोजक मोहन सिंह मेहरा के नेतृत्व में दर्जनों लोग चैघानपाटा पहुंचे। यहां जमकर नारेबाजी करते हुये प्रदेश सरकार का पुतला फूंका गया। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार पंचायतों में आरक्षण प्रक्रिया में लगातार फेरबदल कर अपने चेहेतों का लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रही है। मंच के लोगों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार चेहेतों के मुताबिक सीटों पर आरक्षण तय करने में जुटी है। उन्होंने कहा पंचायत चुनावों में सरकार ने शैक्षिक योग्यता निर्धारित कर दो बच्चों से अधिक की बाध्यता को लेकर दूरदर्शी नीति नहीं अपनाई है। बगैर जनता को विश्वास में लिये बगैर ही जन विरोधी पंचायत नीति का लागू कर दिया है। उन्होंने कहा सरकार के इस फैसले से योग्य एवं अनुभवी लोग पंचायतों का नेतृत्व करने से वंचित हो रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया कि भाजपा से जुड़े और पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ता अपने नेताओं के साथ देहरादून जाकर अपने सुविधानुसार आरक्षण तय कराने का प्रयास कर रहे हैं। पंचायत जन अधिकार मंच के लोगों ने प्रदेश सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध जताया।
पुतला फूंकने वालों में जन अधिकारी मंच के धौलादेवी ब्लाक संयोजक मोहन सिंह सिंग्वाल, प्रधान भनोली सुंदर सिंह सिजवाली, सरपंच दोड़म गिरीश चंद्र नैनवाल, पूर्व प्रधान मोहन सिंह, गोपाल सिंह महरा, प्रदेश महासचिव एनएसयूआई गोपाल मोहन भट्ट, सूरजवाणी, विमल कुमार, महिपाल प्रसाद, पंकज कुमार, दीवान राम आर्य, जिला सचिव पंकज खम्पा, पूरन रौतेला, गोविंद बिष्ट, मनोज पांडे, गिरीश चंद्र नैनवाल, आशीष भारती, पूर्व प्रधान खत्याड़ी हर्ष कनवाल, सुरेश चंद्र उप्रेती, दिनेश पिलख्वाल, संजय दुर्गापाल, हिमांशु कनवाल, मनोज पांडे, खीमानंद पालीवाल, विवेक, दलीप सिंह सिंग्वाल आदि मौजूद रहे।