एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन, 38 आंदोलनकारियों पर लगे मुकदमे लें वापस
गैरसैंण। रामलीला मैदान गैरसैंण में स्थायी राजधानी संघर्ष समिति के तत्वाधान में आन्दोलनकारियों की बैठक में चमोली, अल्मोडा, रूद्रप्रयाग के दो दर्जन से अधिक आन्दोलनकारियों ने शिरकत की। राजधानी आन्दोलन को गति देने के लिए महिला और पुरूषों की अलग अलग कमेटियों का गठन किया गया है। महिला कमेटी में ब्लाक प्रमुख सुमती बिष्ट, कृष्णा नेेगी, सरोज शाह, कमला पंवार, गोबिन्दी देवी, और पुरूष कमेटी में संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, पूरन सिंह नेगी, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, जसवंत सिंह बिष्ट, धनीराम, विरेन्द्र लाल आर्य, दर्शन सिंह मढवाल, लक्ष्मण खत्री को सक्रीय आन्दोलनकारी नामित किया गया है जो कि आंदोलन को आगे गति देने में अहम भूमिका निभायेंगे। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि 38 आन्दोलनकारी कोई भी जमानत नहीं करयेगा और अदालत द्वारा निर्धारित पेशी तिथि तीन मई के स्थान पर अन्य अगली तिथि को अदालत में पेश होने के लिए आवेदन किया जायेगा।
बैठक के पश्चात आन्दोलनकारियों ने उप जिलाधिकारी गैरसैंण के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में आन्दोलनकारियों पर लगे मुकदमे को वापस लेने तथा गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग की गई है।
बैठक की अध्यक्षता संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने की इस दौरान उपपा के केन्द्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी, राजधानी संघर्ष समिति के केन्द्रीय अध्यक्ष चारू तिवारी, येकेडी के पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, अल्मोडा के जिला पंचायत सदस्य गजेन्द्र नेगी, प्रकाश जोशी, रूद्रपयाग के मोहित डिमरी, सत्यपाल सिंह नेगी, कुलदीप थपलियाल, पुरूशोत्तम चन्द्रवाल और गैरसैण चमोली से ब्लाक प्रमुख सुमती बिष्ट, राम प्रसाद उप्रेती, धनसिंह शाह, श्रीपाल, गौरव नेगी, एडवोकेट के एस बिष्ट और संदीप पंत आदि तमाम आन्दोलनकारी मौजूद रहे।