ऋषिकेश एम्स ने एक बार फिर बड़ी सर्जरी को अंजाम दिया है, सामान्यत: जब हम अपने हाथ से कोई कार्य करते हैं तो उस वक्त 70 प्रतिशत योगदान हमारे अंगूठे का होता है। लेकिन एक चार साल के बच्चे अंगूठे के बिना 4 उँगलियों के साथ कोई भी कार्य करने में असमर्थ था लेकिन एम्स ऋषिकेश के हड्डी रोग विभाग के चिकित्सकों की टीम ने बच्चे की तर्जनी उंगली का जटिल ऑपरेशन कर अंगूठा बनाने में सफलता प्राप्त की है। अब इस ऑपरेशन के बाद बच्चा अपने अंगूठे का उपयोग कर हाथ से भी काम कर सकेगा।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने सफलता पूर्वक जटिल सर्जरी के लिए चिकित्सकीय दल की सराहना की है। एम्स निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि संस्थान मरीजों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयास है कि मरीजों को एम्स ऋषिकेश में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें व उन्हें उपचार के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़े।
एम्स के अस्थि रोग विभाग के सहायक आचार्य व हाथ के विशेषज्ञ सर्जन डॉ. विवेक सिंह ने विभागाध्यक्ष प्रो. शोभा एस. अरोड़ा के मार्गदर्शन में हाथ के अंगूठे से संबंधित जटिलतम सर्जरी करने में सफलता प्राप्त की है। टीम ने एनिस्थिसिया विभाग के सहयोग से चार साल के बच्चे की तर्जनी उंगली की जटिल सर्जरी कर उसे अंगूठे में परिवर्तित कर हाथ की विकलांगता को समाप्त कर दिया।