फाइल फोटेा- हेमकुण्ड साहिब ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ।
चारधाम यात्रा के साथ हेमकुण्ड साहिब की यात्रा भी शुरू किए जाने को लेकर भ्यॅूडार वैली मे ब्यावसायिक तैयारियों की हलचल बढी।
लेकिन प्रस्तावित चारधाम यात्रा की शुरूवात के साथ हेमकुण्ड साहिब-लेाकपाल की यात्रा पर संशय बरकरार।
ट्रस्ट अगस्त महीने से यात्रा की शुरूवात करने की योजना को मूर्तरूप देने मे जुटा।
एक जुलाई से तीन जनपदों व 11जुलाई से राज्य के लिए चारधाम यात्रा खोले जाने के सरकार के निर्णय के बाद भी सिखों के पवित्र धाम हेमकुण्ड साहिब-लोकपाल के कपाट खुलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसका प्रमुख कारण यह भी है कि जब तक देशभर के लिए यात्रा नही खोली जाती तब तक हेमकुंण्ड साहिब मैनेजमेन्ट ट्रस्ट हेमकुण्ड साहिब के कपाट खोलने मे दिलचस्पी नही दिखा पा रहा है।
दरसअल हेमकुण्ड साहिब के कपाट खोलने से पूर्व ट्रस्ट को गोविन्दधाट ,घाॅधरिया व हेमकुण्ड सािहब मे पर्याप्त स्टाफ व अन्य ब्यवस्थाएं दुरस्त रखनी होती है। इस बार हेमकुंण्ड सािहब मे अत्यधिक बर्फबारी के कारण व कोविड के चलते स्टाफ को भी वापस बुलाना पडा। अब यदि हेमकुण्ड सािहब की यात्रा शुरू करनी होगी तो पूरे स्टाफ को सभी पडावो तक पंहुचाना हेागा। जो इतनी जल्दी संभव नही है।
हेमकुण्ड साहिब मैनेजमेन्ट ट्रस्ट के मुख्य प्रबन्धक सरदार सेवा सिंह जो स्वयं भी इन दिनो पंजाब मे है ने दूरभाष पर बताया कि जुलाइ्र्र महीने मे तो हेमकुण्ड साहिब के कपाट खोला जाना संभव नही लग रहा है। वावजूद इसके उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किस प्रकार की गाइडलाइन जारी की जाती है, उसी के बाद ट्रस्ट कोई निर्णय ले सकेगा।
श्री सेवा सिंह ने कहा हाॅलाकि25 मई को कपाट खुलने की नियत तिथि से पूर्व ट्रस्ट द्वारा गोविन्दधाट, घाॅधरिया व हेमकुण्ड साहिब मे पर्याप्त स्टाफ व ब्यवस्थाएं जुटा ली थी। लेकिन कोविड की दूसरी लहर के कारण स्टाफ को भी कम करना पडा। मुख्य प्रबन्धक ने कहा कि दोनो वैक्सीन लगे होने व आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता सहित जो भी गाइड लाइन जारी होगी उसी के अनुरूप कपाट खोलने को लेकर कोई निर्णय लिया जाऐगा।
बहरहाल एक जुलाई से जनपदवासियों से ही सही चारधाम यात्रा मार्ग पर कुछ चहलकदमी अवश्य दिखेगी, लेकिन यदि फूलो की घाटी को भी समय पर नही खोला गया तो भ्यॅूडार वैली मे हेमकुण्ड साहिब के कपाट खुलने तक वीरानी अवश्य छाई रहेगी।