17600 रुपये बरामद, आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत होगी कार्यवाही
अल्मोड़ा। एसओजी व कोतवाली पुलिस ने एटीएम क्लोनिंग के जरिये लोगों के खाते से धन निकालने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया हैं। गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17600 रुपये बरामद किये गये हैं।
इन जालसाजों ने ग्राम ठाड़ा मटेना के व्यक्ति के खाते से भी 80 हजार की नगदी पार कर ली थी। एसएसपी ने गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को 2500 रुपये का पुरस्कार देेने की घोषणा की हैं। गिरोह के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्यवाही की जायेगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुश्री पी.रेणुका देवी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सूरज सिंह बिष्ट पुत्र शिव सिंह बिष्ट निवासी ग्राम ठाड़ा मटेना, पो. मटेना, अल्मोड़ा ने उसके खाते से 25 सितंबर की रात्रि व 26 सितंबर 2018 की प्रातः 80,000 रूपये धोखाधड़ी कर निकाले जाने की तहरीर दो अक्टूबर को कोतवाली अल्मोड़ा में दी। जिस पर धारा 420 व 66ध्66 सी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की विवेचना प्रभारी एसओजी हरेन्द्र चैधरी को सौंपी गई। बताया गया कि एसओजी व अल्मोड़ा पुलिस की टीम ने एटीएम आदि की जांच की तो महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे।
इस मामले में तीन लोगों की संलिप्तता का पता चला। जिनमें मोनू चैहान उर्फ रोहित कुमार पुत्र धर्मेन्द्र चैहान, निवासी चोटपुर कालोनी छिजारसी सैक्टर-63 नोएडा उत्तर प्रदेश, नाजिम सैफी पुत्र सखावत हुसैन निवासी-चोटपुर कालोनी-छिजारसी सेक्टर-63 नोएडा उ.प्र. व सचिन कुमार पुत्र हेमन्त कुमार निवासी ग्राम फर्सदा तहसील तख्तपुर, थाना सकरी, जिला विलासपुर, छत्तीसगढ़ हाल निवासी-सेक्टर-63 नोएडा थे। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की गिरफ्तारी को पुलिस की टीम बनाकर सम्भावित स्थानों पर रवाना किया। पुलिस टीम ने चार नवंबर को फेस-3 नोएडा उ.प्र. से अभियोग में वांछित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से 17600 रूपये बरामद किये गये हैं।
निरीक्षक हरेन्द्र चैधरी ने बताया कि मोनू चैहान उर्फ रोहित अल्मोड़ा अर्बन कोआपरेटिव बैंक चैक बाजार अल्मोड़ा के एटीएम का बटन दबाकर एटीएम को हैंग कर देता था। जब ग्राहक परेशान होता था तो मदद करने के बहाने दूसरा साथी एटीएम धारक का कार्ड अपने पास मौजूद स्कीमिंग डिवाइस में स्वैप करता था। इस दौरान तीसरा साथी एटीएम के बाहर मौजूद लोगों की गतिविधियों पर नजर रखता था। इसके बाद जालसाज दिल्ली, नोएडा में एटीएम का क्लोन तैयार कर पैसे निकाल लेते थे। बताया गया कि इन लोगों ने हरिद्वार, राजस्थान आदि स्थानों में भी एटीएम स्वैपिंग कर धोखाधड़ी से कई लोगों की धनराशि निकाली थी। आरोपियों ने चार नवंबर 2018 को कोतवाली अल्मोड़ा में शोभा वर्मा पुत्री बांके लाल निवासी जोशी भवन, अल्मोड़ा की तरफ से दर्ज धारा 420 व 66ध्66 सी आई.टी. एक्ट के मुकदमे में वादी के आईडीबीआई बैंक एटीएम से एक लाख दस हजार रूपये धोखाधड़ी कर निकालने का जुर्म भी कबूला। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तारी करने वाली टीम को ढाई हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है। टीम में प्रभारी एसओजीध्साइबर सैल निरीक्षक हरेन्द्र चैधरी, कोतवाली के उप निरीक्षक जीवन्त सामन्त, कास्टेबल संदीप सिंह, त्रिलोक सिंह शाामिल रहे।