– ——- प्रकाश कपरुवाण ——-
बद्रीनाथ /ज्योतिर्मठ, 04अगस्त।
बद्रीनाथ धाम मे जारी मास्टर प्लान कार्यों एवं बद्रीनाथ धाम मे जिला विकास प्राधिकरण की मनमानी सहित अनेक ज्वलंत मुद्दों पर सांकेतिक प्रदर्शन किया गया।
बद्रीश संयुक्त संघर्ष समिति के आवाहन पर हुए सांकेतिक प्रदर्शन मे बड़ी संख्या मे लोग शामिल हुए, इस दौरान जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
ज्ञापन मे चारधाम के लिए यात्रियों की सीमित संख्या को समाप्त करने, बद्रीनाथ मास्टर प्लान 2025 की समीक्षा एवं व्यवस्थित किए जाने, श्री बद्रीनाथ धाम को जिला विकास प्राधिकरण से मुक्त रखे जाने, मास्टर प्लान प्रभावित परिवारों को विस्थापन नीति के तहत मिलने वाले भवनों/भूमि की रजिस्ट्री तथा भूमि को राजस्व अभिलेखों मे उनके नाम दर्ज करने, मास्टर प्लान की कार्यदायी संस्था की लापरवाही से पंच भैय्या मोहल्ला/कुबेर गली मे निवासरत परिवारों के लिए पुनर्वास नीति स्पष्ट करने, प्रभावित परिवारों के लिए अतिशीघ्र भूमि चयनित करने की मांग की गई है।
इस ज्ञापन मे अलकनंदा नदी मे डाली गई गाद/मलबा के कारण जल स्तर बढ़ गया है जिससे तप्तकुण्ड, गांधी घाट, व ब्रह्मकपाल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है, यथा शीघ्र नदी से गाद निकालने के आदेश निर्गत किए जाने, एराइवल प्लाजा मे दुकाने आवंटन मे स्थानीय प्रभावित दुकानदारों को प्राथमिकता देने, बामणी एवं माणा गाँव जो बद्रीनाथ धाम की विशिष्ठ धरोहर है को मास्टर प्लान एवं जिला प्राधिकरण से मुक्त रखने की मांग की गई है।
ज्ञापन मे कहा गया है कि यदि सभी मांगो पर अविलम्ब विचार नहीं हुआ तो श्री बद्रीनाथ धाम मे उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन की प्रति एसपी चमोली, एसडीएम ज्योतिर्मठ, थानाध्यक्ष बद्रीनाथ एवं अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को भी प्रेषित की गई है।
सांकेतिक प्रदर्शन मे बद्रीश संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष पीताम्बर मोल्फा, सचिव शैलेश ध्यानी, संरक्षक मंडल के बलदेव मेहता, राजेश मेहता, प्रवीण ध्यानी, विनोद नवानी, मोहन सिंह रावत, किशोर पंवार, व जमुना प्रसाद रैवानी, उपाध्यक्ष विनोद डिमरी, अशोक टोडरिया, जसबीर मेहता, संदीप भट्ट, विशेश्वर प्रसाद ध्यानी, बीना पंवार, रीना रावत,व गीता चौहान सहित बामणी, माणा गाँव से बड़ी संख्या मे महिलाएं शामिल हुए।