कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
पौड़ी गढ़वाल। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के चयनित बैंक सखियों के लिये आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया। समापन समारोह में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत द्वारा प्रतिभागी बैंक सखियों को स्वयं सहायता समूहों के बैंक लिंकेज और बैंकिंग सेवाओं की सुविधा प्रदान करने के लिये प्रेरित किया गया। इस अवसर पर उन्हें प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी वितरित किये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकासखंड दुगड्डा, पोखड़ा, यमकेश्वर, पौड़ी और खिर्सू से चयनित 56 बैंक सखियों के लिए आयोजित किया गया था।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बैंक सखी योजना के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बन रहे हैं, साथ ही गांव-गांव तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाकर वित्तीय समावेशन को भी सशक्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन बैंक सखियों ने प्रशिक्षण पूरा किया है, वे अब स्वयं सहायता समूहों को बैंक से जोड़ने और ग्रामीणों को आसान बैंकिंग सुविधा देने में अहम भूमिका निभाएंगी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि हर पंचायत स्तर पर प्रशिक्षित बैंक सखियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाय, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले और महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका का अवसर प्राप्त हो।
प्रशिक्षण सत्र में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान, हैदराबाद के मास्टर ट्रेनर गगन बिहारी भुंया ने बैंक सखियों को बैंकिंग प्रक्रियाएं, स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) क्रेडिट लिंकेज, ऋण प्रक्रिया, वित्तीय समावेशन और ग्राहक सेवा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में परियोजना निदेशक विवेक कुमार उपाध्याय, ईटीसी सत्र प्रभारी दिनेश रावत, ग्रामीण वित्त समन्वयक धनंजय प्रसाद भट्ट सहित अन्य उपस्थित थे।