ज्योतिर्मठ, 21जून।
ज्योतिर्मठ नगर के डाडों गाँव मे आयोजित श्रीमद्दभागवत कथा प्रवचन करते हुए व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक आचार्य प्रदीप सेमवाल ने कहा कि भागवत कथा भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का अद्भुद संगम है, जो मनुष्य को परमानन्द की प्राप्ति कराती है।
उन्होंने कहा कि भागवत कथा जीवन का मर्म सिखाती है जिसमें ईश्वर की निष्काम भक्ति और कर्मों के अनुसार फल का वर्णन है।
कथा के पंचम दिवस आचार्य सेमवाल ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं व गोबर्धन लीला का विस्तार से वर्णन किया, उन्होंने भगवान श्री कृष्ण द्वारा इंद्र के अहंकार को तोड़ने के लिए गोबर्धन पर्वत को उठाकर वृन्दावन वासियों की रक्षा करने के प्रेरक प्रसंगो को सुनाया।
मुख्य यजमान पंडित अशोक एवं अमित सती द्वारा पित्रों की मोक्ष की कामना के निमित्त श्रीमद्द भागवत कथा श्रवण हेतु ज्योतिर्मठ नगर सहित आस पास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या मे श्रोतागण कथा समागम स्थल तक पहुँच रहे हैं,. यजमान परिवार से पंडित आदित्य भूषण सती, सतीश सती, अनूप सती व अजय सती सहित सभी पारिवारिक जन कथा व्यवस्थाओं व आगँतुक श्रोताओं के स्वागत सत्कार मे जुटे हैं।