हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।44 वर्षो के लंबे समयांतराल के बाद विकासखंड नंदानगर के माणखी गांव से निकली भगवती द्वारी की यात्रा धीरे-धीरे अपने अगले पड़ावों की ओर बढ़ रही है। शनिवार को यात्रा अपने 29 वें पड़ाव उलंग्रा पहुंच गई हैं। रविवार को यात्रा 30 वें पड़ाव हाट कल्याणी पहुंचेगी।
माना जाता है कि द्वारी माता वह आदि शक्ति हैं जिसे कंश ने माता देवकी के गर्भ से पैदा हुई देव कन्या जो कि माता रोहणी थी को कारागार के दिवार पर पटक दिया था।उस समय आकाशवाणी हुई थी कि हें कंश जिससे तूने दिवार से पटक कर मारा था वह देव कन्या थी। और जल्द ही देवकी एक ऐसे पुत्र को जन्म देगी जो तेरा बध करेगा कालांतर में श्रीकृष्ण ने जन्म लिया और उन्होंने कंश का बध कर दिया। माना जाता है कि जिस समय कंश ने देव कन्या को दिवार पर पटक कर मारा था उस कन्या के खून के छीटे जहां, जहां पड़ें वे शक्तिपीठ बन गए। नंदानगर के माणखी गांव में भी देव कन्या के रक्त के छीटे पड़ें तो यहां पर भी माता रोहणी के रूप में द्वारी देवी की सदियों पहले स्थापना हुई थी। यात्रा समिति के अध्यक्ष बची राम सती एवं गांव के प्रधान व यात्रा संचालक अशोक सती ने बताया कि मणखी गांव में 44 वर्षो के माता द्वारी को शक्तिपीठ से इसी वर्ष 28 अगस्त को बहार निकला गया।इसके बाद वही पर 29 नवंबर तक देवी की पूजा अर्चना करने के बाद 30 नवंबर को विधिवत यात्रा शुरू की गई जोकि नंदानगर के विभिन्न गांवों से होते हुए पिंडर घाटी के लाटू सिद्धपीठ वांण पहुंची थी। शनिवार को यात्रा 29 वें पड़ाव उलंग्रा पहुंची हैं। बताया तय कार्यक्रम के अनुसार देवाल एवं थराली विकास खंडों के तमाम गांवों के भ्रमण के बाद फिर से नंदानगर विकासखंड में जाएगी।22 जनवरी को यात्रा नंदप्रयाग पहुंचेगी जहां पर देवी को अलकनंदा एवं नंदाकिनी के संगम स्थल पर स्नान करवाया जाएगा।इसके बाद विभिन्न गांवों से होते हुए यात्रा 24 फरवरी 2025 को माणखी गांव पहुंचेगी जहां पर गरूण छाणा कौथिग का आयोजन कर देवी की विशेष पूजा करने के बाद 25 को देवी द्वारी को शक्तिपीठ में विराजमान करवा दिया जाएगा।इस यात्रा में माणखी गांव के 40 भक्त नंगें पाऊ यात्रा कर रहे हैं। जबकि कली राम कन्याल एवं मथुरा दास देव जागर गा कर देवी देवताओं के पश्वाहों को अवतारित करवाते हैं।
———
शनिवार को यात्रा के बमणबेरा एवं कांडे गांव में पहुंचने पर कांडे, फल्दिया गांव,बमणबेरा, हरिपुर आदि गांवों के देवी भक्तों ने भव्य रूप से स्वागत किया।इस दौरान देवी के पश्वाह सहित अन्य देवी, देवताओं के पश्वाहों ने नाचते हुए देवी भक्तों को आशीर्वाद दिया। यहां पर देवाल के पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, प्रधान राजेंद्र बिष्ट, पूर्व प्रधान पुष्कर सिंह बिष्ट, बमणबेरा ग्राम अध्यक्ष केदार दत्त कुनियाल,कांड़े ग्राम समिति अध्यक्ष बलवंत सिंह, किशोर घुनियाल, उमेश कुनियाल, राधेश्याम कुनियाल सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया।