हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। अशोक चक्र विजेता शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव के प्रथम सांस्कृतिक संध्या के मौके पर गढ़वाल, कुमाऊं के प्रसिद्ध कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जबकि महोत्सव के दूसरे दिन भी स्थानीय कलाकारों ने एकसे बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
महोत्सव की प्रथम संस्कृति संध्या का उद्घाटन शहीद के पुत्र कर्नल हरीश जोशी ने दीप प्रज्वलित कर किया।इस मौके पर उन्होंने अपने शहीद पिता के संबंध में जानकारी दी। इसके बाद आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत मृणाल रतूड़ी के द्वारा प्रस्तुत नंदा भजन, हें नंदा हें गौरा,झुमक्याली झूम,रमझमा,आख्यों का बांण, गजेन्द्र राणा के द्वारा प्रस्तुत लीला घस्यारी,क्या दन लगदी तूं,बबली तेरो मोबाइल, सौरभ मैठाणी के द्वारा प्रस्तुत ऊंचा-ऊंचा सैंडिंला, पहाड़ को टैक्सी,चल बिजली, सपना स्याली आदि की प्रस्तुति पर उपस्थित जनसमूह झूम उठा। महोत्सव के दूसरे दिन एडीजे मदन पंचायत में बतौर मुख्य अतिथि एवं निवर्तमान जिपंस आशा धपोला, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गौर सिंह धपोला के पुत्र महिपाल सिंह धपोला ने बतौर विशिष्ट अतिथि दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर एडीजे पंचवाल ने शहीद की स्मृति में आयोजित शौर्य महोत्सव की सराहना करते हुए आयोजन कमेटी की जमकर सराहना की।इस मौके पर शहीद भवानी दत्त जोशी स्मृति इंटर कालेज के छात्र-छात्राओं के अलावा कलावती तिवारी के द्वारा शहीद भवानी दत्त जोशी की स्मृति में बनाए गए गीत के गायन की दर्शकों ने जमकर सराहना की।इस अवसर पर महिला मंगल दल घेस,कुलसारी,आदरा,डुंग्री,गोठिंड़ा,ऊणी,कोठी,चेपड़ो आदि ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर मेला व्यवस्थापक देवी जोशी,मेला अध्यक्ष वीरू जोशी ,संयोजक दिग्पाल गड़िया , महिला मंगल दल चेपड़ो की अध्यक्ष नीतू शाह, सचिव एडवोकेट देवेंद्र रावत, सांस्कृतिक सचिव भरत शाह आदि ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महोत्सव के आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी मंच का संचालक रमेश देवराड़ी ने किया।