गैरसैंण। प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विधानसभा भवन के प्रांगण में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सीडीएस विपिन रावत को श्रृद्धांजलि अर्पित की। दिन के 12 बजे हेलीकॉफ्टर से भराड़ीसैंण पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत तथा पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस सचिव प्रकाश जोशी और तमाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जनरल विपिन रावत के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर शोक सभा की।
इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि सैनिकों के सम्मान में विधानसभा भवन जनरल विपिन रावत और विधानसभा आवास जनरल विपिन चंद्र जोशी के नाम किया जायेगा। साथ ही विधानसभा परिसर का मुख्य गेट पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्व डॉ अनुसूया प्रसाद मैखुरी के नाम व विधानसभा के पास भराड़ीसैंण बसाये जाने वाले नगर का नाम वीर चंद्रसिंह गढ़वाली के नाम किया जायेगा। कहा कि उत्तराखंड में पंच प्रयागों में वीर सैनिक शहीदों को श्रृद्धांजलि देने का कार्यक्रम कांग्रेस करेगी।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भाजपा को गैरसैंण में ठंड लगती है इसलिए शीतकालीन सत्र नहीं करवाया गया। चुटकी लेते हुए उन्होंंने कहा कि ठंड हिमालय में नहीं तो क्या हिंद महासागर में लगेगी? भाजपा ने उत्तराखंडियत और हमारे बड़े बुजुर्गों व ऋषि मुनियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण में आ कर हमें उर्जा मिलती है जब भी यहां आते हैं तो यहां से नई उर्जा का संचार होता है। कहा कि कांग्रेस सरकार के दौर में वह भराड़ीसैंण में सचिवालय निर्माण के लिए 57 करोड़ की धनराशि की व्यवस्था कर गये थे, लेकिन भाजपा ने एक भी ईँट अभी तक नहीं लगाई, लेकिन समझ से परे है कि यह धन गया कहां।
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उनका भराड़ीसैंण में आने का कार्यक्रम पूर्व नियोजित था, लेकिन अचानक सीडीएस जनरल विपिन रावत का दुुर्घटना में शहीद होने के कारण उन्हें यह कार्यक्रम श्रद्धांजलि व शोक सभा के रूप में करना पड़ा। इस दौरान पूर्व विधायक जीतराम, कांग्रेस के चमोली जिला अध्यक्ष वीरेद्र रावत, ईश्वरी मैखुरी, रूद्रप्रयाग के ईश्वरी बिष्ट, गैरसैण ब्लॉक अध्यक्ष केएस बिष्ट नगर अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट, पूर्व कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष भुवन नौटियाल, पूर्व राज्य मंत्री सुरेश कुमार बिष्ट, सुरेंद्र बिष्ट, हरिकृष्ण भट, मुकेश नेगी, सुशील डिमरी, एनयूएस आई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी, कृष्णा नेगी, राजेंद सगोई, अंकुर रौथाण, नरेश बर्मौला, वीरेंद्र भंडारी, कुंवर सिंह रावत, आशा, जिपंस अनिल अग्रवाल व विभिन्न क्षेत्रों से आये कांग्रेसियों ने भी जनरल रावत को श्रृद्धांजलि दी। श्रृद्धांजलि सभा का संचालन सुरेश कुुमार बिष्ट व बीएस मिंगवाल ने किया।