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01- बदरीनाथ-माणा हाईवे पर कचंन गंगा के समीप बर्फ हटाता बीआरओ का डोजर।
02- बर्फबारी के बीच सडक से बर्फ हटाते हुए बीआरओ के जवान व मजदूर।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे हिमपात के बाद बीआरओ को भी बार्डर की सडकें खोलने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। बर्फबारी के बावजूद बीआरओ के जवान नीती व माणा दर्रो की सडकों को खोलने के काम में जुटे हैं।
मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्र के ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे दोपहर बाद हिमपात हुआ है। नीती-माणा घाटियों के ऊॅचाई वाले क्षेत्रों के साथ ही गौरसों बुग्याल, हेमकुंड साहिब, बदरीनाथ व फूलो की घाटी मे भी ताजे हिमपात की सूचना है। लगातार हो रही बर्फबारी के कारण बीआरओ को नीती-माणा दर्रो को जोडने वाली सडको को खोलने मे खासी मशक्कत करनी पड रही है। बीआरओ के डोजर व जवान लगातार बार्डर रोड को खोलने के कार्य मेे जुटे है। माणा घाटी मे हनुमान चटटी से माणा तक व नीती घाटी मे सुराईथोटा से मलारी तक के मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य जोरो पर है। बीते माह 12व 13दिसबंर को हुए भारी हिमपात के बाद दोनो सीमान्त दर्रो के मोटर मार्ग बर्फ से पट गए थे। उन मार्गो को खोला ही जा सका था कि दोबारा हिमपात होने से फिर वही पूर्ववत स्थिति हो गई। अब विगत दो तीन दिनो से मौसम मे कुछ बदलाव हुआ तो बीआरओ ने एक बार फिर दोनो दर्रो की सडको को खोलने का काम शुरू कर दिया है। बीआरओ की 123 सडक निर्माण कंपनी नीती दर्रे को जोडने वाली सडक को खोलने मे जुटी है तो 75सडक निर्माण कंपनी हनुमान चटटी से माना तक की सडक से बर्फ हटाने के काम मे जुटी है। दोनो ओर बीआरओ के डोजर व जेसीबी मशीने काम पर लगी है। ताकि जल्द से जल्द बर्फ हटाकर बाड्र्रर पर तैनात सीमा प्रहरियों का आवागमन सुलभ किया जा सके।
इधर गौससौं बुग्याल मे तो ताजा हिमपात हुआ है लेकिन औली मे हिमवर्षा की हल्की फुआरें गिरी। लेकिन औली मुख्य सडक से जीएमवीएन पार्किगं तक की सडक से अभी भी बर्फ नही हट सकी है। जिसके चलते वाहन से औली जाने वाले पर्यटको को निगम गेस्ट हाउस तक पंहुचने मे भारी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है। क्योकि औली मुख्य मोटर मार्ग से जीएमवीएन पार्किंग तक की सडक लोनिवि के अधीन नही है। इसके कारण लोनिवि के डोजरो ने उक्त मोटर मार्ग को नही खोला। कई पर्यटको के वाहन भी औली निगम पार्किंग मे ही खडे है।