रिपोर्ट- हरेंद्र बिष्ट।
थराली। शक्तिपीठ बधाणगढ़ी चैत्र नवरात्र की विशेष अनुष्ठान दशमी के टीके एवं मंदिर में डाली गई हरियाली काटने के साथ सम्पन्न हो गया हैं। गढ़वाल की 52 गढ़ियों में सुमार एवं गढ़वाल व कुमाऊं की मध्यस्थली पर आवादी क्षेत्र से करीब दो किमी की दूरी पर एक ऊंचाई पहाड़ी पर स्थित बधागढ़ी में यूं तों पूरे साल ही नंदा भगवती एवं काली के उपासको का पूजा-अर्चना के लिए तांता लगा रहता है। परंतु चैत्र नवरात्र के दौरान यहां पर आने वाले देवी भक्तों की संख्या में भारी इजाफा हो जाता हैं। नवरात्र के दौरान 10 दिनों तक इस शक्तिपीठ में विशेष पूजा अर्चना होती हैं।इसी दौरान अष्टमी के स्वस्फूत मेले के साथ ही नवमी पर विशेष अनुष्ठान होता हैं।आज शुक्रवार की यहां पर हवन-यज्ञ के साथ ही दशमी का टीका लगाया गया साथ ही शक्तिपीठ के अंदर डाली गई हरियाली को काट कर उसे प्रसादी के रूप में भक्तों को वितरित किया गया। इस दौरान बधाणगढ़ी मंदिर के मुख्य पूजारी कांति प्रसाद गौड़ एवं उमेश चंद्र गौड़ ने देवी भक्तों की पूजा करवाई। जबकि बधाणगढ़ी मंदिर समिति अध्यक्ष एवं एडवोकेट देवेंद्र बुटोला, महासचिव विजेंद्र सिंह बुटोला, सचिव राजेंद्र सिंह बुटोला, कोषाध्यक्ष खुशाल सिंह बुटोला, संरक्षक त्रिलोक सिंह बुटोला, पूर्व अध्यक्ष सुजान सिंह बुटोला,त्रिकोट की प्रधान यशोदा देवी, पुष्पा रावत, अश्वनी बुटोला, विरेंद्र बुटोला, चंद्र मोहन बुटोला समिति के सक्रिय सदस्य दर्शन बुटोला, विनोद बुटोला, संतोष बुटोला, नरेन्द्र बुटोला आदि ने पिछले दस दिनों के दौरान भक्तों की पूजा-अर्चना में सहयोग करने में सक्रिय भूमिका निभाई।
इधर नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा में भी नवरात्र की विशेष पूजा-अर्चना का आज विधिवत समापन हों गया हैं।इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष भूवन हटवाल, नगर पंचायत थराली की पार्षद सीमा देवी, ममंद अध्यक्ष गौरा देवी, सरपंच लाल सिंह गुसाईं, वीरेंद्र रावत, जगदीश पुरोहित, बलवंत सिंह रावत, कुंवर सिंह गुसाईं, दिनेश गुसाईं, पंडित गिरीश चंद्र देवराड़ी, मोहन प्रसाद रेवाड़ी आदि ने पूजा अर्चना में सक्रिय भूमिका निभाई।