फोटो- जोशीमठ के तिलिंग जाख देवता इन दिनों भ्रमण पर निकले हैं।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बर्फ में नृत्य करने वाले तिलिंग जाख देवता भक्तों की भी खूब परीक्षा ले रहे हैं। मार्गशाीर्ष माह के दो गते -16जनवरी को अपने मूल स्थान से बाहर जनमानस को दर्शन देने के लिए निकले तिलंग जाख तब से ही बर्फबारी मंे ही नृत्य कर भक्तों की मनौतियाॅ स्वीकार कर रहे हैं।
पैनखंडा जोशीमठ मे यूॅ तो भूमियाल/जाख देवताओ का अपना अलग ही इतिहास हैं, यहाॅ के लगभग सभी गाॅवों मे जाख देवताओ की पूजा/अर्चना किए जाने की पंरपरा है। सूदरवर्ती गाॅव डुमक मे जाख देवता बजीर देवता के रूप मे विराजमान है तो कलगोठ मे कौंधुडियाॅ जाख देवता विराजित है। विभिन्न गाॅवों मे क्रमवार वर्षो के बाद जाख देवता भ्रमण पर निकलते हैं, और छ माह का भ्रमण कर पुन मूल स्थान मे पंहुचते हैं क्रमानुसार इस वर्ष टंगणी तल्ली के जाख देवता छ महीने के भ्रमण पर निकलगें, लेकिन जोशीमठ ,थैंग, चाॅई व रविग्राम के जाख देवताओं की अलग सी परंपरा है, इन गाॅवों मे 17दिनों के लिए अपने-अपने देवस्थलों से बाहर निकलकर क्षेत्र भ्रमण कर भक्तों को आशीष देकर भेंट स्वीकार करते है। स्थानीय लोग भी बडी श्रद्धा से भेंट के रूप मे अन्न-धन देकर भगवान जाख देवता का आशीष प्राप्त करते है।
जोशीमठ नगर मे इस बार तिलिंग जाख देवता भ्रमण पर निकले है। पंरपरानुसार हर दूसरे वर्ष एक बार तिलिंग जाख व एक बार ब्रहमा जाख भ्रमण पर निकलते है। क्रमानुसार इस बार तिलिंग जाख जिनके बारे मे पौराणिक/धार्मिक मान्यता है ये जाख देवता बर्फ के बीच ही नृत्य करते है। और वास्तव मे जिस दिन से तिलिंग जाख देवता अपने मूल स्थान से भ्रमण के लिए बाहर निकले हैं उस दिन से बारीश व बर्फबारी का सिलसिला भी जोरो पर है।
थैंग, चाॅई, रिवग्राम के जाख देवताओं के बडे भाई जोशीमठ के जाख देवता है। और पंरपरानुसार ये तीनो जाख जाख देवता अपने बडे भाई जोशीमठ के जाख देवता से मिलन के लिए जोशीमठ मठंागण पंहुचते है। धार्मिक कार्यो का संपादन करने वाली देव पुजाई समिति का प्रयास है कि थैंग, चाॅई व रविग्राम के जाख देवता एक ही दिन जोशीमठ मठांगण पंहुचे और एक साथ ही चारों जाख देवताओं के मिलन का भब्य धार्मिक उत्सव हो। इसके लिए देव पुजाई समिति के पदाधिकारी तीनों गाॅवों के सपंर्क मे है।
देव पुजाई समिति द्वारा पौराणिक एंव अनादिकाल से चली आ रही मान्य धार्मिक पंरपराआंे का बखूबी निर्वहन किया जा रहा है। शहरी वातारण के वावजूद युवा पीढियों को भी मार्गदर्शन देकर पंरपराओं को जीवंत रखने का सफल प्रयास किया जा रहा है। नगर के युवा भी कडाके की ठंड व बर्फबारी मे नंगे पाॅव धोती पहनकर जाख देवता का भ्रमण व नृत्य करा रहे है। जाख देवता के पुजारी योगेश्वर भटट भी हिमवर्षो व वारीश के बीच ही सुबह-सांय नृसिंह मंदिर मठांगण मे स्थित दण्डधारा मे स्नान कर पूजा परंपराओं का निर्वहन कर रहे है।
देव पुजाई समिति के अध्यक्ष/बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल व सचिव उमेश च्रद सती ने सभी ग्रामवासियों से जाख देवता भ्रमण कार्यक्रम मे भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आवहान किया है।