हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।
नगर पंचायत थराली के वार्ड नंबर 2 देवराडा को नगर पंचायत से हटाएं जाने एवं उसे पुनः ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने की मांग पर देवराड़ा में थराली के उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट की अध्यक्षता में एक जनसुनवाई का आयोजन हुआ।जिस में देवराड़ा के ग्रामीणों ने एक स्वर में पुनः दोहराया कि ग्राम पंचायत नही तो वोट नही।
सोमवार को देवराडा स्थित मां नंदा राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में एसडीएम थराली की अध्यक्षता में जनसुनवाई का आयोजन किया गया जिसमें देवराडा के ग्रमीणों ने कहा कि नगर पंचायत थराली से उन्हें किसी भी तरह का लाभ नही मिल पा रहा है। इसके साथ ही मनरेगा जैसी रोजगार परक योजना के साथ ही अन्य ग्रामीण योजनाओं से नगर पंचायत में रहते हुए उन्हें वंचित रहना पड़ा है। बताया कि देवराड़ा पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश का गांव हैं, बिना ग्रामीणों की राय लिए ही इसे नगर पंचायत में सामिल कर दिया गया था।
जिसका नुकसान ग्रामीणों को उठाना पड़ा।देवराड़ा को पुनः ग्राम पंचायत का स्थान दिए जाने की सभी ग्रामीणों ने एक स्वर से मांग उठाई। जनसुनवाई के दौरान
ग्रामीणों ने बताया कि एक सूत्रीय मांग देवराड़ा को ग्राम पंचायत बनाएं जाने को लेकर उनके द्वारा कई बार धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही शासन प्रशासन को ज्ञापन सौप, किन्तु सकारात्मक कार्रवाई नही होने पर मजबूरन ग्रामीणों को 2024 के लोक सभा एवं 2025 में सम्पन्न हुए नगर पंचायत चुनाव का पूर्ण बहिष्कार किया जिस वजह से आज भी नगर पंचायत थराली का वार्ड नंबर 2 में वार्ड सदस्य का पद रिक्त पड़ा हुआ हैं।जिस से देवराड़ा गांव में अपेक्षित कार्य नही हो पा रहें हैं। जनसुनवाई के दौरान थराली के खंड विकास अधिकारी नितिन धनिक, थराली के राजस्व निरीक्षक जगदीश गैरोला,नगर पंचायत थराली के अधिशासी अधिकारी अकबीर सिंह,देवराडा ममंदअध्यक्ष गौरा देवी, सरपंच विरेंद्र सिंह, मंदिर समिति अध्यक्ष भुवन हटवाल,पारेश्वर देवराड़ी,हरिश सती,लाल सिंह, तेजपाल, केदार पंत,अबल सिंह, सरपंच वीरेंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह रावत, मोहन देवराड़ी, खिलाप सिंह, पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष धनराज रावत आदि ने विचार व्यक्त किए।