फोटो- ऋषि गंगा मे जलजले मे लापता युवा अनूप थपलियाल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ऋषि गंगा की तबाही ने पेट मे पल रहे 6माह के बच्चे के सिर से बाप का साया भी मिटाया। कई घरों के चिराग भी बुझाए।
सात फरवरी को ऋषि गंगा से आए विनाशकारी जलजले ने कई घरों के चिराग बुझा दिए। कुण्डीखोला-ढाक के अनूप थपलियाल भी उस दिन से लापता है। दिन बढने के साथ ही परिजनो की आस भी टूटती जा रही है। अनूप चार बहिनों का अकेला भाई है अनूप, बूढी माॅ का एक मात्र सहारा। अनूप की पत्नी 34 वर्षीय सपना गर्भवती है, पेट मंे अनूप का 6 महीने का बच्चा पल रहा है। लेकिन इस जलजले ने बच्चे के दुनिया मे कदम रखने से पहले ही सिर से बाप का साया उठा दिया।
अनूप अपने माॅ-बा पके इकलौता बेटा था,पिता रधुबर दत्त थपलियाल पहले ही स्वर्ग सिधार गए थे,चारों बहिने जो शादीसुदा है इकलौते भाई को खोने से बेहद गमजदा है। 64वर्षीय बृद्ध माता पीताम्बरी देवी के बुढापे का सहारा खोने से अब उनकी आॅखो के आॅसू भी सूख गए है। वावजूद बूढी माॅ पेट मे पल रहे बेटे की निशानी सुरक्षित रह सके इसके लिए अनूप की पत्नी को ढाॅडस बॅधाने मे लगी है। अनूप का 11वर्षीय बेटा हर्षित घटना के दिन से ही अपने पिता के लौटने का इंतजार कर रहा है। दिल्ली मे निवासरत अनूप की बहिन कुसुम ने गढवाल हितैषणी सभा गढवाल भवन पंहुचकर अपने भाई की ढूॅड-खोज कराने का आग्रह किया।
अनूप जोशीला व कर्मठ किस्म का युवा था, घटना के दिन व वैराज के ऊपर खडा होकर लोगो को भागने के लिए कह रहा था,लेकिन जलजला इतनी स्पीड से उसके नजदीक पंहुचकर अनूप को अपने आगोस मे बहा ले गया। मजदूरों व कार्मिको को बचाते-बचाते स्वयं काल के ग्रास मे समाए अनूप के हौसले की भी सर्वत्र चर्चा हो रही है।
रैणी व तपोवन की वीभत्स घटना से कई परिवारों मे मातम पसरा है तो क्षेत्र मे अब सन्नाटा भरी गतिविधियाॅ धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है।












