रिपोर्टर : प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। किसान सभा के 23वें जिला सम्मेलन के दूसरे दिन के सत्र की शुरुआत जिला सचिव कमरुद्दीन द्वारा पेश की गई रिपोर्ट पर बहस से हुई, जिसमें बहस करते हुए सम्मेलन में आए प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।
मंगलवार को सम्मेलन के समापन पर डोईवाला मण्डल अध्यक्ष बलबीर सिंह ने कहा कि जिस तरह मौजूदा सरकार किसान विरोधी नीतियों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है उसका मुकाबला हम एक मजबूत संघठन बना कर ही कर सकते हैं।
किसान सभा प्रांतीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कहा कि सरकार द्वारा तीन काले कानून तो वापस कर लिए गए परंतु वायदे के मुताबिक एमएसपी पर कोई कानून नही बनाया, जिसके लिए संघठन आंदोलन करता रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण ने बताया की किसान सभा का डोईवाला क्षेत्र में एक लंबा इतिहास रहा है और कितनी ही बार सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर संघर्ष किया, जिसमें हमेशा ही किसान सभा ने आंदोलन को जीता है।
प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव प्रसाद देवली ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य संघठन में मजबूती पैदा करना है। सम्मेलन में जंगली जानवरों, मंहगाई, बेरोजगारी, साम्प्रदायिकता, टोंगिया को राजस्व ग्राम घोषित करने, गन्ना मुल्य 500 रुपये प्रति कुंतल करने एवं गन्ना सोसाइटी द्वारा मिलने वाली पर्ची सिस्टम को पहले की भांति बहाल रखने आदि पर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्ताव पास किए गए।
सम्मेलन का समापन करते हुए जिला अध्यक्ष द्वारा भविष्य की रणनीति तय करते हुए किसान आंदोलन को मजबूत करने की अपील की। जिसमें जिले के लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
डोईवाला : सम्मेलन में किया 23 सदस्यीय कमेटी का गठन
डोईवाला। सम्मेलन में 23 सदस्य कमेटी का गठन करते हुए दलजीत सिंह को जिला अध्यक्ष, कमरुद्दीन को जिला सचिव व माला गुरुंग को सर्व सहमति से कोषाध्यक्ष नियुक्त किया। महत्वपूर्ण पदभार देते हुए याक़ूब अली, अमर बहादुर शाही को जिला उपाध्यक्ष व पुरषोत्तम बडोनी एवं सुधा देवली को संयुक्त सचिव नियुक्त किया। साथ ही ज़ाहिद अंजुम, जगजीत सिंह, हरबंश सिंह, बलबीर सिंह, अनूप कुमार पाल, सरजीत सिंह, गय्यूर हसन, प्रदीप कुमार, मुहम्मद इस्लाम आदि को कार्यकारणी सदस्य बनाया गया।
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