रिपोर्टर : प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। राह चलते लोगों को कार में लिफ्ट देने के बहाने लूटने वाले दो शातिर लुटेरे को किया पुलिस ने गिरफ्तार। दरहसल, बीते कुछ दिनों से ऐसी जघन्य अपराध की वारदात सामने आने से पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया और मामले की गम्भीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा अतिशीघ्र अपराधियों को गिरफ्तार करने को निर्देशित किया गया, ताकि लुटेरों द्वारा भविष्य में ऐसी वारदात को दोबारा अंजाम ना दिया जा सके।
जिस पर पुलिस द्वारा चार टीमों का गठन किया गया। अपराध की गम्भीरता को देखकर उच्चाधिकारियों द्वारा दोनों घटना के पीडितों से बातचीत की गई तो दोनों घटनाएं एक ही दिन, एक ही तरीके, एक ही कार व समान अभियुक्तों द्वारा कारित होने की पुष्टि हुई।
पुलिस द्वारा शनिवार को घटना में शामिल दोनों अभियुक्तों मनीष रावत (25) पुत्र सुरेन्द्र सिह रावत वर्तमान निवासी लोअर तुनवाला डोईवाला व इन्द्रजीत सिंह बाजवा (35) पुत्र गुरदीप सिह वर्तमान निवासी एकता विहार कालोनी देहरादून को डोईवाला थानों रोड से गिरफ्तार किया।
पीड़ित लोकेन्द्र कुमार पुत्र चेतराम सिंह ने बताया की बीते गुरुवार की रात्रि को वह बिजनौर से बिजनौर से देहरादून के लिए चला थे और जब वह हरिद्वार बस अड्डे पहुंचे और बस का इंतजार करने लगे, तभी एक ग्रे कलर की आई 20 कार संख्या DL7CP 3906 से एक व्यक्ति ने कहा की में देहरादून जा रहा हूं अगर तुम मुझे बस का किराया दे दो तो में तुम्हें वहा छोड दूँगा। बताया की उसको बात मानते हुए वह कार में बैठ गया, जिसमें पहले से एक सवारी बैठी थी। जब हम लालतप्पड़ से करीब दो किलोमीटर आगे पहुंचे, तो चालक ने हाईवे से लिंक रोड की तरफ मोड लिया और कहने लगा कि मुझे गांव से कुछ सामान लेना है। कुछ दूर आगे चलने पर ड्राईवर ने गाड़ी रोक दी और पीछे की सीट पर सवारी के रुप में बैठे व्यक्ति ने पिस्टलनुमा हथियार निकालकर उनके सिर पर वार किया, जिससे वह घायल हो गए, तभी उन लुटेरों ने उनके पास से नकदी व एटीएम कार्ड निकाल लिया और चालक ने मोबाईल और बैग भी छीन लिया और जान से मारने की धमकी दी तथा एकांत में छोड़कर भाग गए।
पीड़ित महिला बबीता पंवार निवासी भट्ट नगरी खाला रानीपोखरी ने बताया की गुरूवार रात्रि को काम के बाद घर लौटने के दौरान भानियावाला तिराहा पर एक कार में बैठे ड्राईवर और एक सवारी द्वारा रानीपोखरी के लिए लिफ्ट देने के बहाने रास्ते में पिस्टल निकालकर उनके सिर पर वार किया और उसका मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड व नकदी छीनकर ले गए।
पूछताछ में अभियुक्तों ने जुर्म कबूला और बताया की दोनों ही बेरोजगार थे और उन्हें नशे की लत थी। इसलिए अपनी जरुरते पूरा करने के लिए दोनों ने मिल कर यह योजना बनाई और राह चलते लोगों को लूटने लगे।