थराली से हरेंद्र बिष्ट।
विकासखड के अंतर्गत सोल घाटी में भालू की दहशत से ग्रामीणों को निजात दिलाने के वन विभाग ने बुधवार एवं गुरूवार की देर रात तक भालू के आतंक से सर्वाधिक प्रभावित गांव रुईसाण के आसपास के जंगलों में मशालों के साथ जोर से बजने वाले वाद्ययंत्रों, पटाखों के साथ ही समूहों के जरिए हो हल्ला करके भालूओं को आबादी क्षेत्र से दूर भगाने का प्रयास किया।
बुधवार को रुईसाण गांव में एक महिला एवं एक पुरुष पर भालू के हमले के बाद देर सायं थराली वन क्षेत्र के वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल, वन दरोगा खीमानंद खंडूड़ी, गिरधारी बिष्ट एवं अन्य वन अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने गांव के ग्रामीणों के साथ बुधवार की देर रात तक रुईसाण गांव के आसपास के जंगलों में मशालों के साथ तमाम तरह के जोर से बजने वाले वाद्ययंत्रों, पटाखों एवं हो हल्ला के जरिए अलग.अलग समूहों में भालूओं को आबादी क्षेत्र से दूर भगाने का प्रयास किया गया। इस गांव में इससे पहले दो अन्य लोगों को जख्मी कर चुका है। जबकि डुंग्री गांव एवं बूगां गांव में दो अन्य लोगों को घायल कर चुके हैं।अब तक भालू इस शीतकाल में 6 लोगों को घायल कर चुका है। जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत छाई हुई है।