प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने दूरस्थ क्षेत्र करछी गावँ के होम स्टे मे प्रवास के दौरान होम स्टे योजना का अवलोकन करते हुए कहा कि हिमालयी राज्य देवभूमि की असली खूबसूरती गांवों में बसती है और पंडित दीनदयाल होम स्टे योजना इस दिशा मे कारगर साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल जी अंत्योदय के पक्षधर थे, अर्थात समाज के दूरस्थ और अंतिम छोर पर खड़े ब्यक्ति तक विकास पहुंचे तभी सच्चा विकास होगा और सुराज लाया जा सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि करछी, करछौं, तुगासी व रायगड़ी आदि क्षेत्रों मे बने होम स्टे पर खुशी जताते हुए कहा कि उनके द्वारा शुरू की गई होम स्टे योजना दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंची है और ग्रामीण युवा व परिवार इससे जुड़कर रोजगार प्राप्त कर रहे हैं।
श्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि गांव गांव मे पर्यटकों को सस्ते व साफ सुथरे आवास मिले साथ ही होम स्टे के माध्यम से उत्तराखंड की वेशभूषा, रहन सहन, खान पान, इतिहास, संघर्ष व विशेषताओं आदि से देश.दुनिया के पर्यटकों का परिचय भी हो सके।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि होम स्टे योजना के माध्यम से न केवल स्वरोजगार बढेगा बल्कि पलायन भी रुकेगा और भारत की सीमाएं भी सुरक्षित रहेगी। पूर्व सीएम ने कहा कि उन्होंने 2018 मे जब होम स्टे योजना को शुरू किया था तब 2020 के अंत तक प्रदेश मे पाँच हजार होम स्टे विकसित करने का लक्ष्य रखा गया थाएऔर वर्तमान मे तीन हजार से अधिक होम स्टे प्रारंभ हो चुके हैं।
दूरस्थ गावँ करछी के होम स्टे मे मनोहारी दृष्यों के बीच बिताए सुकून के पलों पर प्रसन्नता ब्यक्त करते हुए उन्होंने सीमान्त ब्लॉक जोशीमठ के होम स्टे संचालकों को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री रिपुदमन सिंह रावत, सतेन्द्र सिंह सत्याल, सहित अनेक लोग भी उनके साथ थे।
करछी गावँ पहुंचने पर ग्रामीणों की ओर से भूपाल सिंह रावत, मातबर सिंह फर्स्वाण, प्रदीप फर्स्वाण, विक्रम सिंह, सुरेन्द्र सिंह फर्स्वाण, भवान सिंह नेगी आदि ने पूर्व सीएम का स्वागत किया। करछी गावँ से लौटते हुए पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने जोशीमठ मे शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज से भेंट कर उनका आशीर्बाद लिया।