थराली से हरेंद्र बिष्ट
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि यूकेएसएसएससी एवं विधानसभा में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों के मामले मे़ं हाकिम सिंह जैसे दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किए जाने को मामलों में लीपापोती करने की बात कहते हुए कहा कि इस मामले में बड़े नेताओं एवं नौकरशाहों को बचाने का प्रयास हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाते हुए सचाई सामने लाने की मांग की।
थराली में यूकेएसएसएससी एवं विधानसभा में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्तियों की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर किए गए जुलूस, प्रर्दशन करने के बाद एक पत्रकार वार्ता में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक राजेंद्र भंडारी ने एक प्रेसवार्ता में राज्य सरकार पर नौकरियां की बंदरबांट करने, पहले के श्लोगन ना खाएंगे और ना खाने देंगे को उल्ट कर दिया गया हैं। अब श्लोगन बन गया हैं कि मैं खाऊंगा और देखें रहें। आज नेताओं, नौकरशाहों के बच्चों को ही सरकारी नौकरी मिल रही है। किन्तु आम योग्य युवाओं को इन नौकरियों से वंचित रखा जा रहा है।
एक तरह से पूरे राज्य में धीरे.धीरे अराजकता का माहौल बनता जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि जबतक सीबीआई की जांच शुरू नही की जाती हैं मांग के समर्थन में प्रदेश स्तरीय आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस मौके पर देवाल के पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, कांग्रेस के थराली अध्यक्ष विनोद रावत, देवाल के कमल गड़िया, मीडिया प्रभारी विनोद चंदोला, लखन रावत, महावीर बिष्ट, पूर्व जिपंस महेश त्रिकोटी, गजेन्द्र रावत सहित कई कांग्रेसी मौजूद थे।