दसज्यूला की आराध्या देवी माँ चंडिका की दिवारा यात्रा
रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग के तल्लानागपुर क्षेत्र के कोठगी गांव के निकट सेम तोक में अलकनन्दा नदी के तट पर वैशाखी पर्व पर दसज्यूला की आराध्या देवी माँ चंडिका की दिवारा यात्रा पहुंची। जहां दसज्यूला क्षेत्र की आराध्य माँ चण्डिका के दिवारा यात्रा के दौरान आयोजित दुर्लभ समुद्रमंथन परंपरा का आयोजन किया गया। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं यहाँ समुद्र मंथन देखने पहुँचे ओर माता के जयकारे लगाए ओर आशीर्वाद लिया ।’
आपको बता दे कि कोटगी के सेम तोक में अलकनन्दा तट पर समुद्र मंथन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सर्वप्रथन देवी के पुजारियों ने देवी की पूजा अर्चना की। जिसके बाद देवनिशानों की विशेष पूजा की गई। साथ ही ब्रह्मा, विष्णु व महेश त्रिदेवओ की भी पूजा की। इस दौरान पश्वाओं पर आवाह्न के बाद देव शक्तियां अवतरित हुई। जिसके बाद यहां का माहौल भक्तिमय बना रहा।’
कार्यक्रम में पौराणिक परंपरा अनुसार देवी के पुजारियों में हरिभल्लभ सती, ललिता प्रसाद पुरोहित, विजय भूषण खाली व अन्य ने विशेष ताम्रपात्र में दूध .दही, शहद व पंचामृत तैयार कर मंथन की प्रक्रिया शुरू की।
भव्य समुद्र मंथन में जहाँ एक ओर असुर व दूसरी ओर देवगणों ने समुद्रमंथन परंपरा का निर्वहन किया। इस दौरान समुद्रमंथन में निकले 14 रत्नों, कामधेनु गाय, ऐरावत हाथी, उच्चश्रवा घोड़ा, कौस्तुक मणि, पारिजात वृक्ष, रंभा अप्सरा, लक्ष्मी, वरूण, अमृत कलश, विष, शंख, वीणा व धनुष का देवगणों व दैत्यों में प्रतीक स्वरूप बंटवारा किया गया। इस दौरान मंथन में निकले विष का भगवान शिव ने पान कर सन्धान किया। मंथन से निकले अमृत के प्रतीक पानी को समुद्र मंथन देखने आए हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।’
वही समुद्रमंथन परंपरा आयोजन करने के पीछे मान्यता है कि देवी अपने मूल मंदिर में प्रवेश से पूर्व अमृत रत्न प्राप्त कर यात्रा में साथ रहे ऐर्वाला पश्वाओंएध्याणियों व भक्तों को आरोग्यता व कष्टों से मुक्ति करती है। मां चंडिका दिवारा यात्रा के अध्यक्ष धीर सिंह बिष्ट ने बताया कि देव यात्रा रात्रि विश्राम को छिनका जाएगी। जिसके बाद अग्रिम कार्यक्रम सुनिश्चित किया जाएगा।’
इस दौरान दिवारा यात्रा सचिव देवेंद्र जग्गी, कोषाध्यक्ष जगदीश भंडारी, राय सिंह रावत, हीरा सिंह नेगी, मकर सिंह, देवेंद्र चमोली, जिपंस सविता भंडारी, प्रधान छिनका देवेद्र नेगी, प्रधान मदोला रोशनी नेगी, प्रधान कोठगी, हरेद्र जग्गी, राय सिंह रावत, हीरा नेगी, मनोज कंडारी, शैलेन्द्र भण्डारी, राकेश कंडारी, सीमा गुसाई, लक्ष्मण रावत, लक्ष्मी नेगी, शिव सिंह बंगारी, सज्जन सिंह, त्रिलोक सिंह, कोमल गुसाई, शशि पुरोहित, विनीत गैरोला सहित जिले के कोठगी, मदोला.कोटी, क्वीली, छिनका, भटवाड़ी, सारी, घोलतीर, नगरासू व दशज्यूला क्षेत्र के 24 गांवों के हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।