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01– जोशीमठ-औली रोड से बर्फ हटाता लोनिवि का डोजर ।
02- औली जीएमवीएन पार्किंग में खडे वाहन बर्फ से पटे हुए।
03-वीडियो-औली मे समस्याओ को लेकर आपबीती सुनाता एक पर्यटक।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। भारी बर्फबारी से लोगों का जीना हुआ मुहाल। पर्यटक भी पैदल ही औली पंहुच रहे हैं। जोशीमठ-औली रोड खोलने के लिए तीन मशीने लगाई गई हैं। ठंड के कारण खुले मे घूम रही गायों के मौत का सिलसिला जारी।
लगातार हो रही बर्फबारी से पूरे सीमांत क्षेत्र का जन जीवन अस्त-ब्यस्त हो गया है। बीती 6जनवरी से लगातार बर्फबारी के कारण लोगो का घरो से निकलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रो के लोग दूध तक भी बाजारो तक नही पंहुचा पा रहे है। बाजारों मे भी सन्नाटा पसरा हुआ है। यहाॅ के कुछ निचले इलाको मे हल्की वर्षा होने के कारण बीते 6 व 7जनवरी को हुई बर्फबारी कुछ हद तक पिघल गई थी। लेकिन रात्रि को एक बार फिर जमकर हिमपात हुआ। और लोगो की घरो की छत फिर 12/13दिसबंर को हुई बर्फबारी की तरह ही पट गई। बृहस्पतिवार को मौसम कुछ साफ होने पर लोग अपने घरो की छतो से बर्फ हटाते रहे।
विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे तो पाॅच से सात फीट तक बर्फ की मोटी परत जम चुकी हैं। औली मे जीएमवीएन कैंपस मे पर्यटको के वाहन पूरे तरह से बर्फ मे डूबे हुए है। ताजे हिमपात के बाद औली पंहुचने का एक मात्र साधन रोप वे ही रह गया है जिसमेे सैर करने के लिए टिकट ही नही मिल पा रहे है। कई पर्यटक इस कडाके की ठंड मे रात्रि तीन व चार बजे ही टिकट कांउटर पर लाइन लगाए खडे दिख सकते है। इसके वावजूद भी सैकडो पर्यटको को टिकट न मिलने पर निराश ही होना पड रहा है। रोप वे के टिकट नही मिलने पर कई पर्यटको को औली की ओर पैदल ही जाते देखा जा रहा है। इनमे से कुछ तो औली पंहुच रहे है और अधिकाश पर्यटक सुनील व टीवी टावर प्वांइट के आस-पास ही बर्फ का दीदार कर वापस लौट रहे है।
जोशीमठ-औली रोड को खोलने का कार्य जारी है। जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल के अनुसार मौसम साफ होते ही तीन डोजर औली रोड खोलने पर लगाया गया है। यदि मौसम ने साथ दिया तो शुक्रवार को औली तक रोड से बर्फ हटा लिया जाऐगा।
ताजे हिमपात के बाद समूचे पैनखंडा जोशीमठ ने बर्फ की सफेद चादर ओढ ली है। मौसम मे बादल छाने के कारण निचले इलाको मे तेजी से बर्फ पिघल भी रही है। लेकिन कडाके की ठंड लगातार जारी है। वाहनो का आवागमन भी बेहद सीमित हो रहा है। इस बीच औली पंहुचे पर्यटको ने औली को देश का सबसे खूबसूरत विंटर डिस्टिनेशन तो बताया लेकिन दुख ब्यक्त करते हुए कहा कि बर्फबारी के बाद सडक खोलने मे तत्परता जितनी दिखनी चाहिए नही दिखाई दे रही है इसके अलावा औली मे स्वास्थ्य संबधी कोई ब्यवस्था नही है यदि कोई पर्यटक बीमार हो गया है या बर्फ मे गिर गया तो उसके उपचार के लिए सबसे नजदीक जोशीमठ है जो 13किमी की दूरी पर है। ऐसे मे यदि सडक बंद हो और रोप वे अपने समय से बंद हो जाए तो उसके उपचार का कोई साधन नही है। इस पर उत्तराख्ंाड सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए। इधर कडाके की ठंड व बर्फबारी के कारण गायो के मरने का सिलसिला भी जारी हैं। नगर पालिका के ईओ एसपी नौटियाल के अनुसार ताजे हिमपात के बाद तीन गायों की मौत हुई है।