फोटो– तपोवन में मकान खतरे की जद मंे
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। मूसलाधार वारीश के कारण नीती घाटी में सडकों व पैदल मार्गों का तो भारी नुकसान हुआ ही, तपोवन क्षेत्र में भी इस बारिश ने ब्यापक तबाही मचाई है। नेटवर्क कनेक्टविटी व विद्युत ब्यवस्था बहाल होने के बाद अब तीन दिनी भीषण बारिश से हुए नुकसान की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं।
तपोवन व भविष्य बदरी क्षेत्र मंे खेत लहलहाती फसलों के साथ भूस्खलन की भेंट चढ गए तो तपोवन के ही सकिनधार तोक मे परमानन्द पंन्त का नौ कमरों का मकान भूस्खलन के कारण पूरी तरह से खतरे की जद मे आ गया है। मकान के नीचे की ओर की दीवाले व भूमि भूस्खलन के कारण ढह गई है, जिसके कारण मकान कभी धराशाही हो सकता है। यही स्थिति तपोवन-भविष्य बदरी मोटर मार्ग व नीती घाटी मोटर मार्ग की भी बनी हुई है। तपोवन से भविष्य बदरी तक कई स्थानों पर सडक क्षतिग्रस्त हो गई है तो गॉवों मे खेतो व फसलों की भारी तबाही हुई है।
भारत-तिब्बत सीमा को जोडने वाली जोशीमठ-मलारी-नीती सडक कई स्थानो पर नेस्तनाबूत हो गई है, तो तमक मे एक बार फिर चटटान से पत्थरों की वारीश शुरू होने से मार्ग खोलने की दिशा मे कार्यवाही नही हो पा रही है।
कुल मिलाकर तीन दिनो तक हुई इस मूसलाधार वारीश ने मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार रौद्र रूप दिखाकर लोगो को 2013 की भीषण आपदा की याद दिला दी।