गैरसैंण। लाँक डाउन के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में एक ओर जहां अवैध कच्ची शराब बनाने का धंघा जोरों पर है वहीं चंडीगढ़ ब्रांड व अन्य अंग्रेजी शराब का उंचे दामों पर अवैध व्यापार भी अपने पूरे शबाब पर है।
यह बात आम जनता की समझ से परे है कि आखिरकार इस आपदा और लाँकडाउन के समय सभी जिलों की सीमायें शील होने के बावजूद भी अवैध शराब का गौरख धंधा कितने गोपनीय नेटवर्क से कैसे चल रहा है। जानकारों का मानना है कि चोरी छिपे अवैध अंग्रेजी शराब के दुगने से अधिक दामों पर उपलब्ध होने से लोगों का ध्यान सस्ती कच्ची दारू की ओर आकर्षित हो रहा है।
वर्षों से उत्तराखंड में सघन शराब के ठेके खुलने से कतिपय लोगों को शराब की बुरी लत पड़ जाने से शराबियों में शराब के प्रति तड़फ ज्यादा दिख रही है। प्रशासन को इस बात की भनक तो हो सकती है, लेकिन तस्करों पर नकेेल कसने में भी प्रशासन अभी कोई खास कारगर कदम नहीं उठा पाया है। इसी क्रम में रविवार को प्रातः राजस्व पुलिस की टीम ने छापा मार कर विधान सभा परिसर से लगी ग्राम पंचायत परवाड़ी के मैलाणां गांव के दो व्यक्तियों को अवैध कच्ची शराब के साथ हिरासत में लिया। नायब तहसीलदार राकेश पल्लव ने बताया सूत्रों से गांव में अवैध शराब बनाने की सूचना मिलने पर मैलाणा गावं निवासी अनुसार
प्रताप सिंह पुत्र बलवंत सिंह को पांच लीटर कच्ची शराब व जीतसिंह पुत्र सलोपसिंह को 10 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ हिरासत में लेकर दोनों पर आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एन टी राकेश पल्लव के नेतृत्व में राजस्व उप निरीक्षक दुर्गा प्रसाद कपरूवाण, राउनि मनोज कार्की तथा एक अनुसेवक ओर होमगार्ड द्वारा छापामार कार्यवाही को सफल
अंजाम दिये जाने पर क्षेत्र के समाजिक कार्यकताओं और ममंद द्वारा सराहना की जा रही है ।












