गैरसैंण। गैरसैंण में एसबीएमए के स्वामी मन्मथन सभागार में ग्राम प्रधानों व वार्ड सदस्यों को जल जीवन मिशन के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर में ब्लॉक के विभिन्न पंचायतों से आये प्रतिनिधियों नेअपने गांवों में पेयजल की स्थिति और समस्याओं से आयोजकों को अवगत कराया।
राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन व देव ऋषि एजूकेशनल सोसाइटी देहरादून
की ओर से आयोजित ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों व पेयजल स्वच्छता समितियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण में चौथे बैच में 4 दर्जन से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षक सुरेश बलोदी, रोजेंद्र राठौड़ और आशुतोश त्रिपुरारी सिंह ने कहा कि पेयजल श्रोतों का अच्छा रख .रखाव, श्रोत से उपभोक्ता तक पेयजल आपूर्ति के लिए उच्च गुणवता युक्त पाईप लाईनों का होना और हर परिवार को प्रयाप्त मात्रा में शुद्ध पानी की उपलब्धता होने पर ही सुजल गांव और गांव का ओडीएफ होना, गांव में सार्वजनिक शौचालय और कूड़ा कचरा का उचित निस्तारण होने पर स्वच्छ गांव कहा जायेगा।
सभी गांव सुजल और स्वच्छ गांव बने इसके लिए पंचायतों को अहम् भूमिका निभानी होगी। पेयजल योजना निर्माण के समय से ही उसकी गुणवता पर पैनी नजर रखनी होगी। इस दौरान ग्राम पंचायत भंडारीखोड़ के प्रधान लीलाधर जोशी, गोगना के प्रेमबल्लभ जोशी, नैल खंसर की सरस्वती अहूजा, मरोड़ा के प्रेम सिंह, धंडियाल की मीना देवी, नैल कुमोली की भागरथी देवी, मेहलचौरी के बलवीर मेहरा, जिन्गोड़ के चंदन सिंह आदि चार दर्जन प्रतिनिधियों ने प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग किया।