कोटद्वार। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार के निर्देशानुशार विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर मुरलीधर कुशवाहा ने कहा कि युवा मतदाता छात्र-छात्राओं को अपने वोट का उचित प्रयोग करना चाहिए। भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है इसलिए हर व्यक्ति का वोट राष्ट्र निर्माण में भागीदार होता है प्रोफेसर कुशवाहा के द्वारा रचित कविता ने छात्र-छात्राओं में एक नवीन ऊर्जा का संचार कर दिया गोष्ठी को संबोधित करते हुए मतदाता समिति के संयोजक डॉ० अजीत सिंह ने कहा कि 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग का गठन हुआ 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाकर राष्ट्र के लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने का दिन घोषित किया गया है। विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए समाजशास्त्र के विभाग प्रभारी डॉक्टर संदीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के मतदाताओं को निर्भीक होकर धर्म, जाति, वर्ग, समुदाय, भाषा, अथवा किसी अन्य प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मतदाता अधिकार का प्रयोग करना चाहिए इसी दौरान गोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ० जूनीष कुमार ने कहा कि 40% से 60% तक मतदान देश हित में नहीं है मतदान का प्रतिशत बढ़ाना चाहिए।
विचार गोष्ठी का संचालन मतदाता समिति के सदस्य डॉक्टर संत कुमार ने किया और अपने संबोधन में कहा कि सशक्त लोकतंत्र के लिए युवा मतदाताओं की भूमिका के पक्ष में वैज्ञानिक तत्व प्रस्तुत करते हुए यूरोप की शासन व्यवस्था तथा जर्मनी इटली आदि के तानाशाही शासन व्यवस्था और पाकिस्तान के सैनिक शासन की बात करते हुए सशक्त लोकतंत्र की वकालत की।
विचार गोष्ठी के अवसर पर छात्र-छात्राओं के लिए भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। महाविद्यालय के अध्यनरत छात्र, छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें कुमारी आंचल बीएड प्रथम सेमेस्टर में प्रथम स्थान अंजलि भंडारी एम .ए अंग्रेजी विभाग ने द्वितीय स्थान अमन कोटनाला बीएड प्रथम सेमेस्टर तृतीय स्थान पर रहे इसी के साथ-साथ लक्ष्मी खंसोला एम. ए. तृतीय सेमेस्टर अंग्रेजी विभाग और शीतल बीएड प्रथम सेमेस्टर को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ० श्रद्धा सिंह, डॉ० सुषमा भटट थलेड़ी, डॉ० नवरत्न सिंह, डॉ० विजयलक्ष्मी एवं प्राध्यापक गण एवं भारी तादाद में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।