देवभूमि में मोदी जी ने अपना संबोधन फिर अपने अंदाज में शुरू किया, मोदी ने गढ़वाली में कहा, उत्तराखंड के भाई बहनों तैं मेरू सादर नमस्कार। मैं जब्लें देवभूमि उत्तराखंड औंदु , मैं ये एबर भोत भलु लागू, देवभूमि के 33 करोड़ देवताओं का और यह वीरभूमि जन-जनों का आशीर्वाद मेरा साथ छ, या लिजी में उत्तराखंड की जनता का आभार व्यक्त करदू।
इसके बाद मोदी जी ने रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि यहां के युवाओं को पलायन करने के लिए मजबूर किसने किया था? घोटाले किसने किए थे? बर्बादी कौन लाया था? उत्तराखंड के गांवों को सड़कों से वंचित रखने वाले कौन थे? उन्होंने पूछा कि क्या ऐसी कांग्रेस पार्टी को मौका मिलना चाहिए। ऐसे झूठे और वादाखिलाफी करने वाले लोगों को सजा मिलनी चाहिए या नहीं? उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को बटन दबाकर सजा देंगे क्या?।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने उत्तराखंड के कोने-कोने तक विकास पहुंचाने का संकल्प लिया था। लेकिन कांग्रेस ने मेरे तमाम प्रयासों में अड़ेंगे लगाए थे। तब राज्य की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री का काम केवल दिल्ली कांग्रेस दरबार में हाजिरी लगाने का था।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड सैनिक धाम है। विपक्ष ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए। डरने और झुकने का काम कांग्रेस का है। सेना ने जवानों की मौत का बदला मांगा तो कांग्रेस ने सेनाध्यक्ष को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। देश की सेना को कांग्रेस ने हथियार नहीं दिए। क्योंकि कांग्रेस का ध्यान देश सुरक्षा की बजाए मलाई खाने में लगा था।