फोटो-जैव विविधता एवं अग्नि सुरक्षा गोष्ठी में मौजूद ग्रामीण व वनाधिकारी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। उर्गम घाटी के भेंटा ग्राम पंचायत में जैव विविधता संरक्षण समिति के पुर्नगठन के साथ ही अग्नि सुरक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क द्वारा आयोजित इस गोष्ठी को संबोधित करते हुए स्वैच्छिक संस्था जनदेश के सचिव लक्ष्मण ंिसह नेगी ने कहा कि वर्तमान समय मे पर्यावरणीय घटनाएं दिन प्रतिदिन बढती जा रही है,बढते प्रदूषण एंव वन अग्नि की घटनाओं के कारण पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड रहा है। उन्होने कहा कि विकास की रफ्तार के लिए निंरतर पेडो का कटान हो रहा है और हिमालयी क्षेत्रों के वन हिम रेखा के नजदीक पंहुचते जा रहे है जिसके कारण जलवायु परिवर्तत की घटनाएं भी देखी जा रही है। बढते तापमान के कारण कई वनस्पतियाॅ संकट के दौर से गुजर रही हैं।
श्री नेगी ने कहा कि तापमान के कारण ही कई फलदार वृक्षों की प्रजातियाॅ भी धीरे-धीरे समाप्त हो रहे है, पहले पाॅच हजार फीट की ऊॅचाई पर सेब की पैदावार अच्छी होती थी लेकिन अब यही सेब आठ से दस हजार की ऊॅचाई पर सेब की पैदावार हो रही है। उन्होने वन्य जीवांे द्वारा निंरतर ख्ेाती को पंहुचाए जा रहे नुकसान पर चिंता ब्यक्त करते हुए इस और भी विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
भेटा की महिला मंगल दल अध्यक्षा भागीरथी देवी ने बंदरो द्वारा खेती को पहुचाएं जा रहे नुकसान के प्रति आक्रोष ब्यक्त करते हुए कहा कि हरिद्वार व अन्य मैदानी क्षेत्रों से वाहनो मे लाकर पहाडो मे छोडा जा रहा है। और ये बंदर ख्ेाती के साथ ही घरो को भी नुकसान पंहुचा रहे है। वन पंचायत सरपंच गुडबीर सिंह चैहान ने जैविक खेती पर बल दिया।
डप वन क्षेत्राधिकारी मुनीन्द्र सिंह भंडारी ने उर्गम घाटी के अनेक ग्रामो ने अपने-अपने क्षेत्रों मे अग्नि सुरक्षा का काम किया जो सराहनीय है। उन्होने उम्मीद जताते हुए कहा कि आगे भी इसी प्रकार मिलजुल कर कार्य करने से अग्नि सुरक्षा से संबधित बेहतर परिणाम होगे।
इस अवसर पर जैव विविधता संरक्षण समिति के अध्यक्ष के लिए लक्ष्मण सिंह नेगी को तथा सदस्य के रूपम े मातबर सिंह चैहान, चंद्र मोहन पंवार,सरस्वती देवी, विनीता कंडवाल का मनोनयन किया गया।
इस मौके पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की ओर से उप वनक्षेत्राधिकारी मुनीन्द्र सिह भंडारी, वन दारोगा बीर सिंह विष्ट, व राम चंन्द्र सिंह रावत, तथा वन बीट अधिकारी अभिषेक सिंह व हरि सिंह राणा आदि मौजूद रहे।