रिपोर्ट:प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। बुल्लावाला स्थित माता के मंदिर मे चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास आचार्य रमेश उनियाल ने श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए कहा कि मनुष्य से गलती हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन इसे समय रहते हुए सुधारे और प्रायश्चित जरूर करे अगर मनुष्य ऐसा नहीं करता है तो गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है। कहा कि भक्ति एक ऐसा उत्तम निवेश है जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है। कथा व्यास ने पांडव के जीवन में होने वाली श्री कृष्ण की कृपा को बड़े ही सुंदर ढंग से दर्शाया। कहां कि परीक्षित कलयुग के प्रभाव के कारण ऋषि से श्रापित हो जाते हैं उसी के पश्चात में वह भगवान शुकदेव के पास जाते हैं भगवान शुकदेव उन्हें मुक्ति प्रदान करने के लिए कैसे प्रकट हुए इत्यादि कथाओं का भावपूर्ण वर्णन किया। इस अवसर पर विशेश्वरी नैथानी, वेद प्रकाश, मनीष नैथानी, सचिन बलूनी सुरेंद्र थपलियाल, सुमन डंगवाल, किरण बलूनी, मीना नैथानी मानस आदि मौजूद रहे।