रिपोर्ट:प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। सोमवार को हुई बारिश और चले तूफान ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दिया। तेज हवाओं के चलने से गन्ने की खड़ी फसल गिर गई और बारिश से धान की कटी फसल को नुकसान पहुंचा।किसान बलबीर सिंह नें कहा कि अचानक तेज हवा के साथ आई बारिश से खेत में खड़ी फसले बर्बाद हो गई, जिससे गन्ने और धान की फसल गिर गई जिसको काटना बेहद मुश्किल होता है। अखिल भारतीय किसान सभा मंडल सचिव याक़ूब अली ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार के दोहरे रवैये से किसान पहले हीं फसलों के उचित दाम न मिलने के कारण हताश व परेशान है।राज्य किसान सैनिक एकता मंच महासचिव दरपान बोरा ने बताया की दूधली, बुल्लावाला, मारखम ग्रांट, रानीपोखरी, डोईवाला, शिमलास ग्रांट, माधोवाला, खैरी व आसपास तमाम क्षेत्र में गन्ने की फसल तेज आंधी तूफान व बारिश की वजह से गिरने से किसानों को बहुत बड़ी हानि हुई है।कृषक फेडरेशन अध्यक्ष व दुधली के किसान उमेद बोरा ने बताया बारिश से धान की फसलों और तेज़ हवाओं के कारण गन्ने की खड़ी फसलों के गिरने से किसानों को नुक़सान उठाना पड़ेगा। कहा की अचानक मैसम का बदलाव किसानों के लिए आफ़त बनकर आया है। जहां एक ओर किसान जंगली जानवरों के आतंक से परेशान है और प्रभावित क्षेत्रों का कोई उचित मुआवजा समय पर दिया जाता है न ही गन्ने की फसलों का बीमा होता है। किसानों ने बताया की ख़डी फ़सल की अपेक्षा गिरकर उसका वजन लगभग 30 % कम हो जाता है तथा फ़सल काटने मे भी ज्यादा खर्चा होता है जिससे किसान क़ो दोहरा नुकसान उठाना पड़ता है। जिस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं देती।