रिपोर्ट:सत्यपाल नेगी
रुद्रप्रयाग। जनपद रूद्रप्रयाग के नगर पालिका रुद्रप्रयाग सभागार में एकल सदस्य समर्पित आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बीएस वर्मा की अध्यक्षता में स्थानीय निकायों एवं पंचायत चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के लोगों को आरक्षण दिए जाने के संबंध में जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया,जिसमें जन प्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।जनपद आगमन पर सभासद उमा देवी एवं रुकमणी ने अध्यक्ष को पुष्पगुच्छ एवं शाॅल भेंट कर स्वागत किया।इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित सदस्यों से कहा कि माननीय सर्वोच्य न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में एकल सदस्य समर्पित आयोग का गठन किया गया है।जिसके तहत सर्वे कर देखा जा रहा है कि पिछड़ा वर्ग को कितने प्रतिशत आरक्षण की आवश्यकता है।ताकि उनके राजनीति में उनका प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिले।उन्होंने कहा कि सर्वे पूरा करने के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी। इसमें पिछड़ा वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए आरक्षण से संबंधित सिफारिश की जाएगी।उन्होंने सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायतों से भी पिछड़े वर्ग से जुड़ी समस्याओं की जानकारी एवं सुझाव लिए।उन्होंने कहा कि यदि किसी को ओबीसी सर्वेक्षण को लेकर कोई सुझाव है तो वह आयोग को अवगत करवा सकते हैं।पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख जखोली चैन सिंह पंवार ने अवगत कराया कि जिले में राजपूत सुनार समुदाय के लोगों को 2013 से पहले ओबीसी का दर्जा मिलता था,लेकिन 2013-14 के बाद अब उन्हें ओबीसी प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किए जा रहे।जिसके चलते उन्हें सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनों का लाभ नहीं मिल पा रहा है।इस अवसर पर सहायक निदेशक शहरी विकास विनोद कुमार ने कहा कि मा सर्वोच्य न्यायालय के निर्देशन में प्रदेश भर में पिछड़े वर्ग के लोगों को चुनावों में आरक्षण उपलब्ध करवाए जाने के उद्देश्य से सभी जनपदों में एकल सदस्य समर्पित आयोग के अध्यक्ष द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सुझाव लिए जा रहे हैं।बैठक में सभासद उमा देवी,रुकमणी,नामित सभासद सुनील नौटियाल,ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी, अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार कुरील,अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत एसएस कठैत,जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत, तहसीलदार रुद्रप्रयाग राम किशोर ध्यानी,खंड विकास अधिकारी अगस्तमुनी प्रवीण भट्ट,जखोली डीपी मैठाणी समेत अन्य अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि मौजूद रहे।