डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। श्री राधे कृष्णा आनंद धाम चैरिटेबल ट्रस्ट देहरादून की ओर से ऋषिकेश रोड़ स्थित साई कॉम्प्लेक्स में आयोजित हो रही साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन कथा व्यास आदित्यानन्द महाराज ने श्रोताओं को कथा श्रावण कराते हुए कहा कि मित्रता कैसे निभाई जाए। यह भगवान श्री कृष्णा और सुदामा से ही समझा सकते हैं। भगवान श्री कृष्णा और सुदामा की मित्रता की मिसाल पूरे ब्रह्मांड में प्रख्यात है। जब भगवान श्री कृष्ण ने सुदामा को अपने गले से लगाया तो पूरा पंडाल भगवान श्री कृष्ण के जयकारों से गूंज गया। उन्होंने कहा कि भगवान की नजर में कोई गरीब और कोई अमीर नहीं होता, वह सबके लिए बराबर होते हैं। कथा व्यास भागवत कथा का मर्म बताते हुए समझाया कि श्रीमद्भागवत पुराण को भगवान श्री कृष्ण का साहित्यिक अवतार माना जाता है। श्रीमद्भागवत कथा सुनने से आध्यात्मिक विकास और भगवान के प्रति भक्ति गहरी होती है। श्रीमद् भागवत कथा स्वयं की प्रकृति और परम वास्तविकता के बारे में सिखाती है। कथा व्यास आदित्यानन्द महाराज ने बताया की रविवार 21 जुलाई को पूर्णाहुति के साथ होगा श्रीमद्भागवत कथा का समापन। कथा श्रवण करने वालों में नीरज गुप्ता, ममता चौहान, रेखा गुप्ता, रीना अग्रवाल, राजेंद्र वर्मा, मीनू शुक्ला, पूनम गुप्ता, पूरन यादव ईश्वर चंद अग्रवाल, विमला वर्मा, भारत गुप्ता संगीता अग्रवाल वैष्णवी नवीन गुप्ता नव्या, पूनम गुप्ता, पूजा कश्यप, ममता गोयल, पन्नालाल गोयल, लतिका, खुशी गुप्ता, संगीता अग्रवाल, मंजू गोयल, चमेली देवी आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।