रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। मनरेगा कर्मचारी संगठन चमोली के जिलाध्यक्ष रमेश गड़िया ने मुख्य विकास अधिकारी चमोली को भेजें एक पत्र में विकास खंड देवाल में ग्राम रोजगार सेवकों एवं मनरेगा कर्मियों के पिछले दिनों किए गए स्थानांतरण को राजनीतिक प्रेरित बताते हुए सीडीओ से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की हैं। मनरेगा जिलाध्यक्ष गड़िया ने सीडीओ को भेजें एक पत्र में कहा है, कि ऐसे समय में जबकि पंचायतों का कार्यकाल समाप्ति की ओर हैं। और किसी भी मनरेगा कर्मी की कोई भी शिकायत नही है। बावजूद इसके राजनीतिक दबाव के चलते देवाल विकास खंड में मनरेगा कर्मियों का स्थानांतरण किया गया है। जोकि समझ से परे हैं।पत्र में कहा गया हैं कि मनरेगा कर्मियों को उसके मूल गांव के साथ ही आसपास के गांवों का आवंटन किये जाने का नियम हैं, किंतु देवाल ब्लाक में किए गए स्थानांतरणों में इसका पालन नही किया गया है। कहा गया हैं कि इस स्थानांतरण के बाद कई कर्मियों के कार्य क्षेत्रों की दूरियां सौ किलोमीटर से अधिक हो गई हैं। जिससे अल्प वेतन भोगी मनरेगा कर्मियों को आर्थिक नुकसान होना तय है। जिलाध्यक्ष ने सीडीओ से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की हैं।इस पत्र की प्रति जिलाधिकारी एवं जिला विकास अधिकारी को भी भेजी गई हैं।इस संबंध में जिलाध्यक्ष गड़िया ने कहा कि मनरेगा कर्मियों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा,इस मामले को जरूरी हुआ तो प्रदेश संगठन में उठा कर आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।