कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार
कोटद्वार। गुरुकुल महाविद्यालय कण्वाश्रम में बसंतोत्सव का शुभारंभ गायत्री महायज्ञ एवं रोग निवारण यज्ञ, उपदेश भजन गुरुकुल ब्रह्मचारियों द्वारा भजन संगीत से किया गया।वैदिक आश्रम गुरुकुल महाविद्यालय कण्वाश्रम कोटद्वार का तीन दिवसीय बसंतोत्सव कार्यक्रम गत 14 फरवरी 24 को शुभारंभ हो गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह योगाभ्यास से हुआ। योगीराज स्वामी जयंत सरस्वती, संस्थापक गुरुकुल महाविद्यालय कण्वाश्रम ने, आधुनिक युग में स्वस्थ रहने के लिए नित्य दिन योग करना आवश्यक है और जिससे सभी शरीर और मन पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। इस दौरान गायत्री महायज्ञ एवं रोग निवारण यज्ञ, गुरु कुल के आचार्यगण और संस्थापक ने कराया। मुख्य यजमान मोहित शर्मा और यजमान सौरभ राणा, देवेंद्र फौजी थे। यज्ञ भजन तथा उपदेश बिजनौर से आये देवेन्द्र दत्त सत्यार्थी ने किया। यज्ञ में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध जागर सम्राट उपस्थित रहे, उन्होंने कहा कि मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि इस ऐतिहासिक भूमि, कण्वाश्रम में आने का सौभाग्य मिला। इस कण्वभूमि को नमन करता हूँ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि दिनेश चन्द शास्त्री कुलपति उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार, श्रीमती कमलेश राणा रोहतक निवासी, जो पूरे देश में साइकिल से यात्रा करती हैं। बसंतोत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक, भजन संगीत का कार्यक्रम गुरुकुल में ऋषिकुमारों द्वारा किया गया। आज आर्य महासम्मेलन महर्षि दयानंद सरस्वती 200वीं वर्ष जयंती के अवसर पर बाहर से आए हुए विद्वानों के व्याख्यान, कविता भजन आदि प्रस्तुत किए गए।बताया कि देवेंद्र फौजी सौरभ अन्य ब्रह्मचारियों द्वारा शक्ति प्रदर्शन गाड़ी रोकना, दांतों से गाड़ी खींचना, सरिया मोड़ना आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में संजय रावत, यशवी शास्त्री, आचार्यगण, सचिन, जयवीर रावत, राजीव आदि उपस्थित रहे।