जोशीमठ(लक्ष्मण सिंह नेगी) चमोली डुमक गांव के नागरिकों के द्वारा रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा तेज कर दिया है अपने ही गांव में एक विशाल र रैली निकाल कर के सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष हमारे गांव में मुख्य चुनाव आयुक्त भारत सरकार उत्तराखंड के निर्वाचन सचिव भी गांव आए थे और ग्रामीणों ने अपनी सड़क की समस्या उनके समझ रखी थी इतना ही नहीं डुमक गांव में जिलाधिकारी चमोली डॉक्टर हिमांशु खुराना स्वयं गए थे उन्होंने भी मोटर रोड के संबंध में आश्वासन दिया था कि उचित कार्रवाई की जाएगी किंतु सड़क नहीं बन पाई पिछले ग्राम पंचायत के चुनाव में भी ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार किया था
कुछ लोगों ने वोट डाला था जिस पर ग्रामीणों की बड़ी आपत्ति थी इस वर्ष पिछले दो माह पूर्व 28 दिनों तक क्रमिक धरना प्रदर्शन अपने ही गांव में किया था और 18 जनवरी को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में विशाल प्रदर्शन किया था गोपेश्वर से देहरादून तक पदयात्रा का कार्यक्रम तय हो चुका था उत्तराखंड शासन से सचिवों के साथ वार्ता मौखिक रूप से होती रही उसी के अनुसार ग्रामीणों ने धरने को समाप्त किया और पदयात्रा स्थगित की इस प्रकरण में डुमक के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सनवाल बताते हैं कि मुख्यमंत्री के सचिव स्तर पर वार्ता की गई थी कि शीघ्र सड़क का काम शुरू किया जाएगा किंतु सड़क का काम शुरू नहीं हो पाया उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी इस योजना को जबरदस्ती लटका कर जनता में आंदोलन करना चाहते हैं जबकि मेरी फोन वार्ता कई बार अधिकारियों से हुई अधिकारियों ने कहा कि काम शुरू किया जा रहे हैं आज तक काम शुरू नहीं किया गया आज ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर के गांव में ही विशाल प्रदर्शन कर सरकार को चेतान का काम किया है। संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी बताते हैं कि जब हमारे भाग्य में रोज संघर्ष करना पैदल ही चलना है तो वोट देकर क्या फायदा है हम लोग सड़क नहीं तो वोट भी नहीं का नारा लेकर चले हैं और हमारे गांव में वोट मांग करके हमें शर्मिंदा मत करें। बड़ी संख्या में लोगों ने आज की रैली में भाग लिया। अंकी भंडारी, ने सभा को संबोधित किया।