रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली/देवाल। पिछले तीन दिनों से कुमाऊं के बुरी तरह सुलगने के कारण पिंडर क्षेत्र के वातावरण में गहरी धुंध छाई हुई हैं। इसके साथ ही कुमाऊं से उठी आग की लपटों ने गढ़वाल के वन क्षेत्र को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया हैं। इसके अलावा पिंडर के ही पश्चिमी पिंडर रेंज नारायणबगड़ के जंगलों में बड़े पैमाने पर दावानल भड़कने के कारण धुंध गहरी होने लगी हैं। वातावरण में छाई धुंध का दुष्परिणाम लोगों को सरदर्द, आंखों में जलन जैसे समस्या के रूप में भुगतना पड़ रहा हैं। विगत तीन दिनों से पिंडर घाटी के वातावरण गहरी धुंध की चपेट में हैं।आलम इस कदर बिगड़ें हुए हैं कि जहां एक ओर जंगलों में लगी आग के कारण उठ रहे धुवें के कारण 150 मीटर की दूरी पर भी कुछ दिखाई नही पड़ रहा है। वही इस वातावरण में गहरी फैलें गहरी धुंध की वजह से लोगों के सरदर्द, आंखों में जलन,दमा के मरीजों को सांस लेने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। धुंध लगातार ही गहरी होती जा रही हैं। धुंध के कारण आसमान में सूरज लाल गोले की तरह दिख रहा है। बताया जा रहा है कि कुमाऊं क्षेत्र के समगड़ी,हड़ाप आदि गांवों के लगें जंगल पिछले कुछ दिनों से सुलग रहें हैं,उसका धुआं उठ कर पिंडर घाटी में तेजी के साथ आ रहा है। इसके अलावा पश्चिम पिंडर रेंज नारायणबगड़ के जंगल भी दावानल की चपेट में हैं। इससे भी धुआं लगातार बढ़ता जा रहा हैं। वातावरण में छाई धुंध कब तक छंटेगी कोई भी कुछ कहने की स्थिति में नही हैं। जानकारों का मानना हैं कि बारिश होने के बाद ही धुंध छट सकती हैं। जबकि फिलहाल मौसम को देखते हुए बारिश की कोई संभावना दिखाई नही पड़ रही हैं। कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों में लगी दावानल कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों को जलाकर पूर्व पिंडर रेंज देवाल के ओड़र,लिगंडी आदि के जंगलों को अपनी चपेट में लेने लगें हैं। वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी ग्रामीणों के सहयोग से इस दावानल पर नियंत्रण पाने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। कुमाऊं का क्षेत्र खुला हुआ हैं। जबकि पिंडर का अधिकांश क्षेत्र घाटी नुमा हैं। कुमाऊं के जंगलों में लगी आग के कारण उठ रहा धुआं हवा के साथ पिंडर घाटी में आ रहा है जिससे यहां के वातावरण में गहरी धुंध छा गई है।