रिपोर्ट – कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पंतनगर सब्जी विज्ञान विभाग पीएफडीसी परियोजना के तत्वावधान में गुणवत्ता युक्त सब्जी उत्पादन में सुनियोजित खेती का महत्व विषय पर एक कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन।
इस दौरान पंतनगर विश्वविद्यालय से आए कृषि वैज्ञानिक डॉ० एस के मौर्य, डॉ० धीरेन्द्र सिंह व डॉ० वी पी सिंह द्वारा पीएमकेएसवाई प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के घटक के अन्तर्गत चयनित लाभार्थियों के प्रक्षेत्रों पर निरीक्षण किया गया। पलायन प्रभावित ग्राम बरस्वार, झटरी, जोगण्या आदि में गांवों में जाकर कृषकों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई तथा उद्यान विभाग के सहयोग से राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केन्द्र कोटद्वार के सभागार कक्ष में पीएफडीसी परियोजनाओं के अंतर्गत कृषकों को पाॅलीहाउस के अन्दर गुणवत्तायुक्त सब्जी उत्पादन के संबन्ध में जानकारी प्रदान की गई। जिसमें क्षेत्र के प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कृषि वैज्ञानिक डॉ० एस. के. मोर्य ने विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों को जानकारी देते हुए बताया कि आप सभी लोगों हेतु खेती के बारे में एक कार्यशाला रखी गई है। क्या खेती हो सकती है उसमें क्या दिक्कत है और सभी लोग क्यों नहीं करना चाहते। गांव में भ्रमण कर देखा गया कि पानी, खाद जैसी बहुत सारी सुविधा जो हमारे पास है सब कुछ है लेकिन हमारे यहां कृषक क्यों जागृत नहीं हो रहा है इस विषय पर चर्चा कर संवाद किया गया, कहा उन समस्याओं का निधान किया जाएगा और आज खेती होने के बावजूद भी कोटद्वार मार्केट में बाहरी प्रदशों से सब्जी आ रही है और पहाड़ी क्षेत्रों से सब्जी नहीं आ रही है। जिससे कृषकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। अभी गांवों का सर्वे हुआ है। हमारी दाशफसलों के दाम यह कितना हमको पैसा चाहिए, उतना पैसा हमको भी नहीं मिल रहा है, वह पैसा सहारनपुर बाहरी प्रदेश में जा रहा है हम बिलकुल जीरो हैं यमकेश्वर ब्लॉक में सब कुछ है लेकिन हमे एक भी रुपया नहीं कमा पा रहे हैं। सब्जी नजीबाबाद अन्य शहरों से आ रही है। सब्जी मंडी खुली हुई है लेकिन सब बाहरी प्रदेशों से आ रही है। आखिर गांव से नहीं आ रहा है ऐसा क्यों किसानों को जागरूक होना आवश्यक है। डॉ० धीरेन्द्र सिंह ने कृषकों को खेती के महत्व बिषय पर विभिन्न जानकारी देते हुए बताया कि पाॅलीहाउस का डिजाइन कैसा हो इस पर चर्चा की, कहा धीरे-धीरे मौसमी बदलाव आ रहा है और नई विधियों द्वारा कार्य किया जा रहा है। बीज व सब्जी उत्पादन के बारे विस्तृत जानकारी दी। कहा चाहे किचन गार्डन हो या खेत सभी स्थानों पर उत्पादन किया जा सकता है। अच्छा बीज सही जानकारी जरूरी तथा सब्जी व पेड़ पौधों में आवश्यकतानुसार सही दवा के छिड़काव करने से कीट का प्रकोप भी कम होता है। कहा कृषक इसकी जानकारी विशेषज्ञों से ले सकते हैं। अच्छा उत्पादन, सही जानकारी होने से आमदनी बढ़ती है।इस दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिकों ने खेती के महत्व, बीज, गुणवत्ता व उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यशाला आयोजन के दौरान कृषकों को निशुल्क सब्जी बीज भी वितरित किये गए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पन्त नगर विश्व विद्यालय से कृषि वैज्ञानिक डॉ० एस.के. मोर्य, डॉ० वी.पी. सिंह, डॉ० धीरेन्द्र सिंह, प्रभाकर सिंह उद्यान विशेषज्ञ, सुनील नवानी प्रभारी प्रधानाचार्य, कृषक दिग्विजय सिंह, महावीर सिंह चौहान, किरन नैथानी, सुरेश नैथानी, उमराव सिंह, पुष्कर पंवार सहित किसान व विभागीय स्टाॅफ मौजूद रहे।