प्रकाश कपरूवाण।
जोशीमठ,27 मई।
राजीव गांधी अभिनव आवाशीय विद्यालय को बन्द किये जाने के फरमान के बाद इस विद्यालय मे अध्ययन रत छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार मय हो गया है।
दरसअल वर्ष 2015 मे राज्य के अन्य दूरस्थ क्षेत्रों की भाँति सीमान्त नगर जोशीमठ मे भी अभिनव आवाशीय विद्यालय की स्थापना करते हुए राजकीय इंटर कालेज परिसर मे ही विद्यालय का पठन पाठन शुरू किया गया। और छात्रवास के लिए जीआईसी के पुराने छात्रवास की बेहतरी मरम्मत भी कराई गई,यही नहीं कक्षा कक्षों के लिए पुराने भवनों को भी ध्वस्त कर लिया गया।
इतना सब होने के बाद अचानक विद्यालय को बन्द करने व इसका विलय जीआईसी अथवा अटल उत्कृष्ट विद्यालयों मे किये जाने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया गया।
अभिभावकों का कहना है कि वे विगत सात वर्षों से जोशीमठ नगर मे महंगे किराए के कमरों को लेकर इसी उम्मीद के साथ पढ़ा रहे थे, अब जल्द ही छात्रवास सुविधा भी मिलेगी,लेकिन विद्यालय को ही बन्द किये जाने के आदेश से उन्हें घोर निराशा हुई है।
शुक्रवार अपरान्ह अभिनव विद्यालय मे अध्ययन रत छात्रों ने एसडीएम जोशीमठ के कार्यालय मे पहुंचकर उनके माध्यम से बाल अधिकार संरक्षण आयोग को ज्ञापन भेज कर न्याय दिलाने की मांग की है।
गौरतलब है कि राजीव गांधी अभिनव आवाशीय विद्यालय मे अंग्रेजी माध्यम से ही पठन पाठन की ब्यवस्था है,लेकिन इस फरमान के बाद उन्हें हिन्दी मीडियम से पढ़ने को विवश होना पड़ेगा।
अभिनव विद्यालय अभिभावक संघ के पूर्व अध्यक्ष बख्तावर सिंह रावत ने कहा कि सरकार के इस विवेकहीन आदेश से नौनिहालों का भविष्य अंधकार मे डूब गया है। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य के लिए न्यायालय की शरण मे जाने को विवश होंगें।