गैरसैंण। पंचाली गांव में गत एक माह से लगातार हो रहे पांडव नृत्य के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को गैंडा मेला का भव्य समापन किया गया।
समापन पर पांडव पश्वाओं और पांडव लीला के अन्य पात्रों ने पारंपरिक रीति रिवाजों के अनुसार ढोल दमो के 36 तालों पर 16 कलाओं में मनमोहक पांडव नृत्य की प्रस्तुतियां दी। मेले के अंत में अर्जुन ने अपने बाणों से सांकेतिक गैंडा वध किया। मेले के मुख्य अतिथि रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने पूर्वजों की ओर से बिरासत में मिले धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को संजोये रखने के लिए ग्रामीणों का उत्साह वर्धन किया।
इस मौके पर प्रधान पुष्पा देवी, क्षेपंस वीरेंद्र आर्य, अब्बल सिंह, पदम सिंह, दरवान सिंह, कुंदन सिंह बिष्ट, गमाली राम, पूर्व प्रमुख सुमती बिष्ट, जगमोहन, खीम सिंह, वीरेंद्र सिंह नेगी, गोवर्धन बर्मौला आदि आस पास के गांवों के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। मेले का संचालन दरवान सिंह और पंडवांणी गायन प्रताप सिंह ने किया।