गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान के जैवविविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र से पूर्व से
जुड़े हुए तथा वर्तमान में कार्यरत वैज्ञानिक एवं शोधार्थियों ने डा0 रणवीर सिंह रावल के द्वारा हिमालयी क्षेत्र
में किये गये अभूतभूर्व कार्यों तथा संस्थान को दिये गये उनके महत्वपूर्ण योगदानों को याद करते हुए
भावपूर्ण श्रंद्धाजलि दी। वर्चुवल तरीके से यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
हिमालयन वन संस्थान, शिमला के निदेशक डाॅ0 एस0एस0 सामन्त ने डाॅ0 रावल को श्रंद्धाजलि देते हुए
उनके साथ बिताये समय को सभी से साझा किया तथा डाॅ0 रावल के सरल व सुलझे हुए स्वभाव के बारे
में सभी को बताया।
संस्थान के सामाजिक आर्थिक विकास केन्द्र के अध्यक्ष डाॅ0 जी0 सी0 एस0 नेगी ने भी सभी से डाॅ0 रावल
के साथ संस्थान में वैज्ञानिक के रूप में तथा निदेशक के रूप में बिताये गये अपने समय तथा अनुभवों को
साझा किया तथा डाॅ0 रावल को याद करके श्रंद्धाजलि अर्पित की। डाॅ0 नेगी ने बताया की डाॅ0 रावल का
संस्थान के विकास में एक बहुत बड़ा योगदान रहा है। जो अन्य वैज्ञानिकों तथा शोधार्थियों के लिए प्रेरणा
का काम करता है।
कार्यक्रम में भारतीय वन्य जीव संस्थान के डाॅ0 बी0 एस0 अधिकारी ने डाॅ0 रावल को याद करते हुए बताया
कि किस प्रकार डाॅ0 रावल अपने सहपाठियों तथा युवा शोधार्थियों की मदद किया करते थे। चाहे वह शोध
से संबधित हो या निजी मामलों से हो।
संस्थान के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ0 एस के नन्दी ने भी डाॅ0 रावल के अभूतपूर्व योगदानों तथा प्रभावी
व्यक्तित्व को याद करते हुए उन्हें श्रृ ंद्धाजली दी तथा उनके आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया ।
कार्यक्रम में ज ुड़े डाॅ0 अन ुराग तिवारी (चितकारा विश्वविद्यालय, चडीगढ़) तथा प्रोफेसर ई0ए0 सिरिल ने भी
डाॅ0 रावल के व्यक्तित्व पर अपन े विचार रखते हुए उन्हें याद कर श्रृ ंद्धाजली अर्पित की।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ0 के0 चन्द्र सेकर ने भी डाॅ0 रावल को याद कर उन्हें श्रंद्धाजलि अर्पित की।
संस्थान के क्षेत्रीय केन्द्रों से जुड़े वैज्ञानिकों डाॅ0 सुब्रत शर्मा, डाॅ0 सुरेश राणा, डाॅ0 संदीप रावत, डाॅ0 अरूण
जुगरान, डाॅ0 के0 एस0 कनवाल तथा तकनीशियन डाॅ0 किशोर कोठारी, डाॅ0 ललित गिरी, डाॅ0
कैलाश गैडा सहित अन्य शोधार्थीयों ने भी डाॅ0 रावल को श्रंद्धाजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में जुडे़ डाॅं0 रावल के भाई श्री कमल रावल तथा सुपुत्र रिषभ रावल ने सभी केन्द्र के सदस्यों को
धन्यवाद दिया तथा डाॅ0 रावल के व्यक्तित्व को याद रखते हुए उनके अधुरे कार्यों को पूर्ण करने का आग्रह
किया ताकि उन्हें सही मायने में श्रंद्धाजलि दी जा सके।
कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश आर्या, डाॅ0 सुबोध ऐरी, डाॅ0 मीना पाण्डेय, डाॅ0 सुमित गैरोला,
डाॅ0 सौम्या कान्त जोशी, डाॅ0 अरविन्द भट्ट, डाॅ0 अनिल विष्ट, डाॅ0 भावना पाठक, एवं डाॅ0 सुमित
मजखोला, डा.हरीश चंद्र अंडोला समेत जैव विविधता संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र के शोधार्थियों तथा जैवविविधता संरक्षण एवं प्रबंधन
केन्द्र की एलुमीनि रेशोशियेशन ने भी श्रंद्धाजलि अर्पित की।












