बागेश्वर। जिलाधिकारी रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में आज कलैक्ट्रेट सभागार में मानसून से पूर्व विभिन्न विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण बैठक की।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून से पूर्व जो तैयारियॉ की जानी है वे सम्बन्धित विभाग समय से अपनी कार्य योजना तैयार कर लें ताकि मानसून प्रारम्भ होने के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि 15 जून से समस्त तहसीलों में पूर्णकालिक कन्ट्रोल रूम की स्थापना की जानी है इसके लिए अभी से रोस्टर आदि तैयार कर लें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये है कि सभी विभाग अपने अपने विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए उसकी सूची एवं मोबार्इल नम्बर सहित जिला आपदा कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारी एवं अधिकारी को अपने.अपने क्षेत्रों में संवेदन क्षेत्रों को चिन्हित करने को कहा और कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त होने वाले परिसम्पत्तियों का विवरण संबंधित विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाय तथा परिसम्पत्ति को हुए नुकशान एवं उसके फोटोग्राफ सहित प्रस्ताव मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध करायेंगे ताकि उसी के आधार पर धनराशि उपलब्ध करायी जा सके।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग सहित पी0एम0जी0एस0वार्इ0 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने.अपने मोटर मार्गों की सूची उपलब्ध करायें तथा वैकल्पिक मार्गों की स्थिति तथा संवेदनशील स्थलों को चिन्हीकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में जेसीबी एवं सार्इन बोड लगाये जाने है उसके लिए पूर्व से ही प्लान तैयार कर लें। तथा संबंधित क्षेत्र के जेर्इए एर्इ का मोबार्इल नम्बर तथा जेसीबी वाहन चालक का नाम तथा मोबार्इल नम्बर भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि सड़क मार्ग अवरूद्ध होने पर तत्काल संबंधित से सम्पर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान बन्द होने वाली नालियों एवं कलमठो की सफार्इ इस माह के अन्त तक करवा लें। उन्होंने कहा कि पहली बरसात के दौरान नालिया बन्द होने से मलबा सड़क में आ जाता है जिससे सड़क क्षतिग्रस्त एवं आवागमन में परेशानी होती है। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा के दौरान उनकी जो पेयजल लार्इने क्षतिग्रस्त होती है उसकी सूचना तत्काल प्रेषित कर दें तथा उन्होनें कहा कि जलसंस्थान एवं जलनिगम को पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिये तथा पार्इप लार्इन क्षतिग्रस्त होने पर पूर्व में ही संबंधित क्षेत्रों में पार्इप की व्यवस्था सुनिश्चित करा लें ताकि पार्इप लार्इन क्षतिग्रस्त होने पर संबंधित क्षेत्र में मरम्मत कार्य करते हुए पेजयल सूचारू किया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि जिन क्षेत्रों में एकल पेयजल योजना संचालित हो रही है एवं वह क्षतिग्रस्त होती है तो उनका आंकलन एवं प्रस्ताव खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध कराये ताकि संबंधित पेयजल योजना हेतु धनराशि उपलब्ध करायी जा सके तथा संबन्धित अधिकारियों को टेंकर व्यवस्था उपलब्ध कराते हुए अपने.अपने पेयजल टेंकों की साफ सफार्इ व्यवस्थाए क्लोरीन एवं ब्लीचिंग पाउडर की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आपातकालीन समय में विभिन्न प्रकार के उपकरणों के अलावा जीवन रक्षक औषधियो की उपलब्धता एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये। जिला पूर्ति अधिकारी से दूरस्थ क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न अग्रिम उपलब्ध कराने एवं जनपद के पेट्रोल पम्पों में समुचित र्इधन उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दिये। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को संवदेनशील विद्यालयों का चिन्हीकरण करते हुए उसकी सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये तथा उन विद्यालयों में वैकल्पिक व्यवस्थाए भारत मौसम विज्ञान द्वारा समय.समय पर जारी की जाने वाली चेतावनी के दौरान विद्यालयों में अवकाश किये जाने के सम्बन्ध में भी आवश्यक दिशा.निर्देश दिये। उन्होंने उपजिलाधिकारियोंए शिक्षा विभाग के अधिकारियोंए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये है कि वे अपने.अपने क्षेत्रों के सामुदायिक भवनों एवं पंचायत भवनों एवं विद्यालयों व सस्ता गल्ला विक्रेता एवं संबंधित थाना चौकियों की सूची उपलब्ध कराने को कहा। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद को 09 सेटेलार्इट फोन उपलब्ध है जिसमें 04 सेटेलार्इट फोन कपकोट तहसील को उपलब्ध कराये गये है। जिलाधिकारी ने सिंचार्इ विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ़ नियंत्रण कन्ट्रोल रूम की स्थापना सुनिश्चित करा लें जो मानसून के दौरान पूर्णकाल संचालित रहेगा तथा नदियों के जलस्तर के संबंध में आपदा कन्ट्रोल रूम को सूचना उपलब्ध करायेंगे तथा सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्युत विभाग को मानसून के दौरान दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त होने वाले विद्युत लार्इनों को तुरन्त ठीक करने के लिए संबंधित क्षेत्र में पूर्व में ही विद्युत सामग्री का स्टोर कर लेने को कहा। वन विभाग को वैकल्पिक मार्गों को चिन्हीत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने जनपद में संचार व्यवस्था दूरस्त रखने के निर्देश दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने सभी जनपदस्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि मानसून के दौरान सभी अधिकारी अपने मोबार्इल फोन बन्द नहीं रखेंगे तथा किसी भी क्षेत्र में कोर्इ घटना होती है तो उसकी सूचना तत्काल आपदा कन्ट्रोल रूम एवं संबंधित विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने सभी अधिकारियों से कहा कि मानसून से पूर्व सभी विभाग अपनी.अपनी तैयारियॉ पूर्ण कर लें एवं सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। तथा किसी भी प्रकार की घटना होने पर उसकी सूचना तत्काल कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सिंचार्इ विभाग के अधिकारी से कहा कि मानसून के दौरान भारी वर्षा होने पर क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दें जिसकी सूचना वे संबंधित क्षेत्र के नगरपालिकाए नगर पंचायत एवं तहसील स्तर के कर्मचारियों के द्वारा नदी के आस.पास रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, उप जिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, उप जिलाधिकारी गरूड़ जयवर्धन शर्मा, उप जिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार, उप जिलाधिकारी काण्डा योगेन्द्र सिंह, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 जेसी मण्डल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकर, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरीश चन्द्र सिंह रावत, वरिष्ठ कोषाधिकारी नीतू भण्डारी, जिला पंचायत राज अधिकारी पूनम पाठक, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शिखा सुयाल सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।