प्रहलाद नारायण मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा की अध्यक्षता में पुलिस लाईन अल्मोड़ा के सभागार में ’लोक सेवकों में नैतिकता तथा भ्रष्टााचार निवारण अधिनियम 1988 की संशोधित धाराओं पर, जी0आई0एस0 भौगौलिक सूचना विज्ञान एवं डीजी लाॅकर’ से सम्बन्धित कार्यशाला का आयोजन किया गया।
’लोकसेवकों में नैतिकता.’ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा सभी थाना प्रभारियों अधिकारी कर्मचारियों को ’लोक सेवकों में नैतिकता’ विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि सुशासन या लोक कल्याणकारी शासन की स्थापना के लिये लोक सेवकों में सत्यनिष्ठा, ईमानदारी, निष्पक्षता, सहिष्णुता, नैतिकता की नितान्त आवश्यकता है, लोक सेवकों द्वारा अपने कार्यों का निष्पादन कानून के दायरे में रहकर सभी कर्तव्यों तथा उत्तरदायित्वों को निष्ठापूर्वक निभाना आवश्यक है। सर्तकता सबसैक्टर विभाग अल्मोड़ा से आये उ0नि0 बलबीर सिंह एवं उनके सहयोगी नवीन कॅुवर द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ’भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988’ यथा संशोधित 2018 धारा. 2 खण्ड घ, धारा. 4, 7, 8, 9, 10, 13, 19 में हुए संशोधन के बारे में जानकारी भ्रष्टाचार को रोकने के उपाय तथा सर्तकता अधिष्ठान की भूमिका के बारे में बताया।
’जी0आई0एस0 कार्यशाला.’ भौगौलिक सूचना विज्ञान का पुलिस प्रशासन में अनुप्रयोग विषय पर आयोजित कार्यशाला में ’मुख्य वक्ता प्रो0जे0एस0 रावत’ डारेक्टर जी0आई0एस0 एसएसजे कैम्पस द्वारा जी.गर्वनेन्स की बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए ’जी0आई0एस0 ;ज्योग्राफिकल इन्फार्मेशन साइंसद्ध’ तकनीकी से तैयार साॅफ्टवेयर में तैयार डाटा से कैसे पुलिस विभाग के कार्यो के त्वरित सम्पादन में मददगार साबित होगा बताया गया। बताया कि सभी थानोंध्चैकियोंध्ग्रामध्मौहल्लेध्ग्राम प्रहरियोध्होटलोंध्ग्राम प्रधानों आदि अन्य सम्बन्धित आवश्यकतानुसार इस विशेष सेटेलाइट की मदद से एक क्लिक पर फीड की गयी जानकारियाॅ स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी। ’कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे श्री प्रहलाद नारायण मीणा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा ने जीआईएस तकनीकि को बहुत उपयोगी बताते हुए’ कहा कि यह तकनीकी पुलिस की कार्यप्रणाली में सहायक होने के साथ समय व पेपर की बचत की जा सकती है। प्रो0 रावत ने बताया कि जनपद में जीआईएस सेल के लिए दो कार्मिक जीआईएस विशेषज्ञ व टेक्निीशियन की नियुक्ति कर दी गई हैै। डाटा अपडेट करने मे कोई कठिनाई आती है तो वे जीआईएस सेल से सम्पर्क कर सकते हैं। अन्त में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा पुलिस जीआईएस के स्थाई प्रबन्धन हेतु विचार.विमर्श कर जनपद ’पुलिस जीआईएस का विमोचन’ करते हुए पुलिस के जीआईएस सैल में नियुक्त हेमा ऐठानी को निर्देशित किया कि इस साॅफ्टवेयर में डाटा विकसित किये जाने हेतु अग्रिम कार्यवाही की जाय जो कि पुलिस के कार्यो में मददगार होगी।
’डी0जी0 लाॅकर.’ स्वान सेन्टर एनआईसी अल्मोड़ा से आये श्री पंकज सलाल एवं उनके सहयोगी चंचल भोज द्वारा सभी पुलिस अधिकारी एवं कर्मगणों को ’डीजी लाॅकर के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया इसकी खासियत हम कहीं से भी कभी भी अपने डॉक्युमेंट्स इसके जरिए जमा कर सकते हैं।’ डिजिटल लॉकर स्कीम में हम एजुकेशनल मेडिकल, पासपोर्ट, लाइसैन्स, पैन कार्ड एवं अन्य डिटेल्स को डिजिटल फॉर्म में सकते हैं। ’एक बार इस लॉकर में अपने डाक्यूमेंट अपलोड करने के बाद उन्हें फिजिकली डाक्यूमेंट रखने की जरूरत नहीं होती है।’ आधार होना बेहद जरूरी अगर आपके पास आधार कार्ड न0 है तो ही आप डिजिटल लॉकर में अपने जरूरी डॉक्यूमेंट्स रख पाएगे। उक्त ’कार्यशाला के समापन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जीआईएस तकनीकि को पुलिस विभाग हेतु उपयोगी एवं आधुनिक बताते हुए प्रो0 जे0एस0 रावत को पुष्प गुच्छ देकर धन्यवाद ज्ञापित किया गया’ तथा सर्तकता सब सैक्टर के उ0नि0 बलवीर एवं श्री पंकज सलाल स्वान सेन्टर अल्मोड़ा को ’पुष्प गुच्छ देकर कार्यशाला का समापन’ किया गया। कार्यशाला में श्री वीर सिंह ;क्षेत्राधिकारी अल्मोड़ा श्री तपेश कुमार ;क्षेत्राधिकारी रानीखेत, श्री अशोक परिहार ;प्रतिसार निरीक्षक, श्री अरूण कुमार वर्मा प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, श्री भूपेन्द्र बृजवाल प्रभारी निरीक्षक रानीखेत, श्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट थानाध्यक्ष चैखुटिया, श्री धीरेन्द्र पन्त थानाध्यक्ष सल्ट, श्री जगदीश ढकरियाल थानाध्यक्ष लमगड़ा, श्री हरीश प्रसाद थाना द्वाराहाट, सुश्री श्वेता नेगी थानाध्यक्ष महिला थाना, श्री महेश कश्यप आशुलिपिक, श्री पूरन सिंह रावत प्रधान लिपिक, डा0 नरेश पन्त ;जी0आई0एस0 एसएसजे कैम्पस, श्री आनन्द कुमार जी0आई0एस0 एसएसजे कैम्पस, श्री दरबान सिंह प्रभारी यातायात सैल, उ0नि गणेश हरड़िया प्रभारी यातायात, उ0नि0 विजय सिंह बिष्ट, हेमा ऐठानी मीडिया सैल, दिनेश सीसीटीएनएस, महेन्द्र गनघरिया, थानो से आये उ0नि0 एवं कर्म0 उपस्थित रहे।