डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, अपनी पत् और पूर्व कप्तान महेंद्रनी साक्षी धोनी के साथ, पंत की बहन साक्षी पंत की शादी में शिरकत करने के लिए देहरादून पहुंचे। धोनी का आगमन देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर दोपहर करीब ढाई बजे हुआ, जहां उनका स्वागत बड़े धूमधाम से हुआ।
एयरपोर्ट पर धोनी के प्रशंसकों की भारी भीड़ जुट गई, जिन्होंने उन्हें घेर लिया और उनके साथ फोटो लेने की कोशिश की। हालांकि, धोनी ने इस दौरान किसी से बातचीत नहीं की और शांतिपूर्वक एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए मसूरी के लिए रवाना हो गए।
धोनी के साथ उनकी पत्नी साक्षी भी थीं, और दोनों ब्लैक रंग की कार में सवार होकर मसूरी के लिए प्रस्थान कर गए, जहां शादी समारोह आयोजित हो रहा था। इस शादी को लेकर ऋषभ पंत और उनके परिवार के लिए यह एक विशेष अवसर है, और धोनी का इसमें शामिल होना पंत और उनके परिवार के लिए गर्व की बात है।हालांकि, अभी तक इन क्रिकेटरों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। क्रिकेट के दिग्गजों का इस शादी समारोह में शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि क्रिकेट जगत में दोस्ती और भाईचारे की भावना कितनी मजबूत है।
धोनी और ऋषभ पंत के रिश्ते:
धोनी और ऋषभ पंत के रिश्ते को लेकर कई बार चर्चाएं हो चुकी हैं। दोनों के बीच गहरा दोस्ती और सम्मान का रिश्ता है, और पंत को धोनी का मेंटर और मार्गदर्शक माना जाता है। धोनी का इस शादी समारोह में शामिल होना न केवल पंत के लिए बल्कि उनके प्रशंसकों और क्रिकेट जगत के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है। धोनी के व्यक्तित्व और उनकी क्रिकेट यात्रा ने उन्हें सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक आदर्श और प्रेरणा का स्रोत बना दिया है। ऐसे में उनका इस तरह के परिवारिक अवसर पर शामिल होना उनके सादगी और दोस्ती के भाव को दर्शाता है
महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी ने ऋषभ पंत की बहन साक्षी पंत की शादी में शामिल होने के लिए देहरादून का दौरा किया। एयरपोर्ट पर प्रशंसकों की भारी भीड़ ने उनका स्वागत किया, लेकिन धोनी ने किसी से बातचीत किए बिना शांतिपूर्वक मसूरी के लिए रवाना हो गए। शादी में क्रिकेट जगत की और भी प्रमुख शख्सियतों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है, और धोनी का इस खास मौके पर आना पंत के परिवार के लिए गर्व का विषय है। ने कई बार धोनी से क्रिकेट के महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन लिया है, और धोनी के साथ उनका यह संबंध क्रिकेट की दुनिया में एक मिसाल बन चुका है।