हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। लगातार पिछले 27 घंटों से पिंडर घाटी की ऊंची पहाड़ियों एवं बुग्यालों में हो रही बर्फबारी एवं घाटी क्षेत्रों में हों रही बारिश के कारण अब सामान्य जनजीवन पर इस का विपरीत प्रभाव पड़ने लगा। बारिश के कारण जहां देवाल -खेता मोटर सड़क भूस्खलन क्षेत्र सुयालकोट में बंद हो गई हैं। वहीं पूरे 19 घंटों के बाद पिंडर क्षेत्र में बिजली की बहाली हो पाईं हैं।
पिछले करीब तीन महीनों के बाद गुरुवार की दोपहर करीब 1.30 बजें से पिंडर घाटी की ऊंची पहाड़ियों के साथ ही वेदनी बुग्याल, आली बुग्याल, नवाली बुग्याल, बगजी बुग्याल, राजा बुग्याल,डुगिया बुग्याल के साथ ही भैकलताल, ब्रहमताल,झलताल सहित ऊंचाई पर बसें गांवों की पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी हुई, और अब भी जारी है। इसके साथ ही पिंडर घाटी के तुनो विकास खंडों में शुरू हुई बारिश समाचार लिखे जाने तक जारी है। लंबे समय बाद हिमपात एवं बारिश होने के चलते पहले पहल लोगों में बदलें मौसम को लेकर खाशी खुशी आने लगी थी, किंतु 27 घंटों से अधिक समय तक बारिश होने के कारण इसका विपरीत प्रभाव यातायात व्यवस्था पर पड़ने लगा हैं। जहां देवाल -खेता मोटर सड़क सुयालकोट में भूस्खलन होने के चलते यातायात के लिए बंद हो गया हैं।इसके अलावा अन्य सभी सड़कों पर मलुवा आने के कारण सामान्य यातायात पर विपरीत प्रभाव पड़ा हैं।वही पूरे 19 घंटे बाद नारायणबगड़, थराली एवं देवाल विकास खंड में बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। गुरुवार को करीब 8.30 बजें बिजली गुल हो गई थी, ऊर्जा निगम के द्वारा लगातार प्रयासों के बाद भी बिजली होल्ड नही हो पाई ऊर्जा निगम के एसडीओ अतुल कुमार ने बताया कि कर्णप्रयाग से नारायणबगड़ 33 केवी सब स्टेशन की लाइन में बगोली के पिंडर पार एवं 33 केवी सब स्टेशन के पास के 33 केवी लाइन के डिस्क पंचर होने के कारण सप्लाई बाधित हुई थी दोनों ही स्थानों पर नए डिस्क लगा कर बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई हैं।
——–
लोगों को हिमपात एवं बारिश के कारण अचानक बढ़ी ठंड से निजात पाने के लिए फिर से गर्म कपड़ों को बक्सों से बहार निकालना पड़ा, दरअसल 25 फरवरी तक क्षेत्र में तापमान काफी बढ़ गया था जिसके चलते लोगों ने अधिक गर्म कपड़ों को बाक्सों एवं आलमारियों में बंद कर दिया था, किंतु मौसम बदलने पर पुनः उन्हें बहार निकालना पड़ा।