उरगम घाटी। पंच केदार कल्पेश्वर के शीर्ष पर स्थित नारायण धाम के कपाट आज विधि विधान से 3.00 बजे दोपहर वाद बंद हुये। फ़्यूलानारायण धाम हर वर्ष धाम नंदा अष्टमी के नवमी तिथि को मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं।
समुद्र तल से 9000 फीट की ऊंचाई पर यह मंदिर भगवान नारायण का चतुर्भुज रूप में स्थित हैं। यहां पर नंदा स्वनुल देवी जाख घंटाकरण महालक्ष्मी, वन देवी की पूजा होती है प्राप्त ही कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। दिन में राजभोग लगाया गया और उसके बाद भोजन प्रसाद के साथ साथ हवन आदि कार्य संपन्न कराए गए मुतू नामक वनस्पति भगवती के स्थान में रख दिया जाता है।
कपाट बंद की प्रक्रिया इस मौके पर विभिन्न गांव के लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इसमें मेला समिति के कोषाध्यक्ष नंदा सिंह नेगी दर्शन सिंह चौहान फ्यूंलानारायण फ्रेंड्स ग्रुप के सदस्य व ग्राम प्रधान भरकी मंजू देवी पूर्व प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी महावीर सिंह पवार बलवीर सिंह प्रेम सिंह पंवार गोपाल सिंह चौहान मोनू रावत नारायण धाम के पुजारी योगवर सिंह चौहान महिला पुजारी पार्वती देवी अरविंदर सिंह पार्वती देवी उपप्रधान आरती देवी आदि लोग उपस्थित थे। कपाट बंद करने के समय में 200 से अधिक लोग उपस्थित थे। लक्ष्मण सिंह सिंह ने की रिपोर्ट