थराली से हरेंद्र बिष्ट।
थराली सुरक्षित सीट से भाजपा के द्वारा भोपाल राम टम्टा को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भाजपा में बगावत की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस सीट से वर्तमान विधायक के साथ ही पिंडर विधानसभा का दो बार प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक एवं अन्य उम्मीदवारों ने घोषित प्रत्याशी की खिलाफत शुरू कर दी है। इस संबंध में आने वाले एक दो दिनों में भाजपा में काफी बढ़ी उठापटक देखने को मिलने की संभावना बन गई है।
दरअसल गुरुवार को भाजपा के द्वारा चमोली जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी हैं। इसके तहत थराली सुरक्षित सीट पर भाजपा ने भोपाल राम टम्टा को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया हैं। उनके प्रत्याशी घोषित होने के कुछ ही घंटों के बाद इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा कोटे से विधायक मुन्नी देवी शाह की सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। जिसमें उन्होंने पूछा है कि उनका टिकट किस आधार पर काटा गया है।और काट भी दिया गया तो आखिर सालों से पार्टी के युवा एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाने के बजाय भाजपा में बिल्कुल नए चेहरे एवं कांग्रेस गोत्र के व्यक्ति को किस आधार पर टिकट दिया गया है?
पार्टी हाईकमान के इस फैसले से वर्षों से पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता का मनोबल पूरी तरह से टूट गया है। उन्होंने खुले शब्दों में कहा है कि उन पर समर्थकों का दबाव है कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ें। इस संबंध में वें आने वाले दिनों में स्थिति को स्पष्ट कर देंगे। उधर पिंडर विधानसभा क्षेत्र अब नए परिसीमन के बाद अस्थित्च में आई थराली विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे पूर्व विधायक जीएल शाह ने भी पार्टी के द्वारा टिकट वितरण पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि करीब छः माह पूर्व भाजपा हाईकमान के द्वारा उन्हें विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने की बात कहते हुए टिकट का आश्वासन दिया था। और वे मिले निर्देशों के बाद क्षेत्र में सक्रिय भी हो गऐ थे। किंतु एन वक्त पर टिकट कांग्रेसी पृष्ठभूमि के व्यक्ति को थमा कर वर्षों से पार्टी को मजबूत बनाने वाले कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया है। जिससे मूल भाजपाईयों की भावनाएं आहत हुई हैं।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि वें भाजपा हाईकमान से पूछना चाहते हैं कि भाजपा में टिकट के लिए कांग्रेसी पृष्ठभूमि का होना जरूरी है। इसका पार्टी हाईकमान को जवाब देना ही होगा। पूर्व विधायक जीएल शाह ने कहा कि एक.दो दिनों में थराली विधानसभा क्षेत्र के उन सभी भाजपा के दावेदारों के साथ बैठक की जाएगी और उसके बाद तय किया जाएगा कि अग्रिम रणनीति क्या होगी। उन्होंने भी निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने से इनकार नही किया हैं। यही नहीं लंबे समय से टिकट के लिए हाथ.पांव मार रहे युवा भाजपा नेता बलवीर घुनियाल जिन्होंने 2017 एवं थराली उप चुनाव 2018 में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था। किंतु बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मनाने पर उन्होंने अपना नाम पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में वापस लें लिया था। उन्होंने भी आज टिकट वितरण को लेकर सोशल मीडिया पर भाजपा के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया है। इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के नेताओं के द्वारा टिकट वितरण को लेकर पार्टी के खिलाफ खुली बगावत के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में थराली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।